उत्तरप्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कब्जा हटाने पहुंचे अधिकारी कर्मचारियों के सामने मां-बेटी की जलकर मौत हो गई। जलती हुई महिलाओं को बचाने के दौरान कुछ लोग भी झुलस गए। इस घटना के बाद अफसरों और कर्मचारियों समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये पूरा मामला कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत का है।

जानकारी के मुताबिक, मड़ौली पंचायत में कृष्णा दीक्षित के खिलाफ कानपुर देहात जिला प्रशासन को अवैध कब्जा करने की सूचना मिली थी। कब्जा हटाने के लिए बुलडोजर के साथ अधिकारी और कर्मचारी की टीम मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि इस दौरान कृष्णा गोपाल दीक्षित के परिजनों का कार्रवाई करने गए टीम के साथ कहासुनी हुई। इसके बाद मां-बेटी ने खुद को झोपड़ी में ही बंद कर लिया।

इधर बुलडोजर टीम ने कार्रवाई करते हुए छप्पर गिरा दिया। इस बीच अचानक झोपड़ी में आग लग गई और इस घटना में झोपड़ी के अंदर बंद मां-बेटी की जलकर मौत हो गई।

मां-बेटी की मौत की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विरोध में जमकर हंगामा किये। गांव में इस घटना के बाद तनाव का माहौल बना हुआ है।

घटना की सूचना पर डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद डीएम ने गांववालों को समझाने की कोशिश कर शांत कराया गया। पीड़ित परिवार ने प्रसाशन के सामने कई मांगे रखी हैं। 5 करोड़ मुआवजा और 2 सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी है। साथ ही आवास और परिवार को आजीवन पेंशन देने की भी मांग रखी है।

पुलिस ने जेसीबी चला रहे ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है और लेखपाल को निलंबित किया गया है। साथ ही एसडीएम मेंथा के निलंबन के लिए शासन को चिट्ठी लिखी गई है और थाना प्रभारी को छुट्टी पर भेजा गया है। साथ ही एसडीएम, लेखपाल, एसओ सहित करीब 24 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *