Male Infertility : शादी के बाद किसी भी महिला का ख्वाब होता है कि वो एक दिन मां बने, पुरुष भी पिता बनने की इच्छा रखते हैं। अगर किसी वजह से घर में संतान पैदा न हो तो कपल को काफी सामाजिक ताने सुनने पड़े हैं। महिला को बांझ, और पुरुष को नपुंसक तक पुकारा जाने लगता है, जिसकी वजह से काफी शर्मिंदगी होती है। जिंदगी में बेटा या बेटी आने से खालीपन दूर हो जाता है और जिंदगी के मायने बदल जाते हैं. लेकिन क्या हो जब लाख कोशिशों के बाद भी संतान की प्रप्ति न हो पाए।
इस शख्स पर टूटा दुखों का पहाड़
जब काफी कोशिशों के बाद भी कपल्स को बच्चा न हो पाए तो पति और पत्नी फर्टिलिटी टेस्ट कराते हैं, जिससे ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ हो जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के रहने वाले डेविड हॉज के साथ शादी के बाद उसने पिता बनने की कोशिश की लेकिन बार-बार नाकामी हाथ लग रही थी। लेकिन जब उन्होंने डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट कराया तो रिजल्ट आने के बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। जांच के बाद पता चला कि उनके सीमेन में स्पर्म नहीं है और वो कभी पिता नहीं बन पाएंगे। इसके बाद डेविड काफी घबरा गए डर और शर्मिंदगी के कारण उन्होंने ये भयावह सच अपनी पत्नी और दुनिया से छिपाए रखा। काफी वक्त तक वो बेहद तनाव में रहे और एक दिन उन्होंने वाइफ के सामने राज खोल दिया।
मां बनने को बेकरार थी वाइफ
डेविड ने कहा, साल 2015 में मैं और मेरी वाइफ संतान पाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे, हमने लैब में जांच कराई और फिर मुझे जो पता चला उससे मेरी दुनिया खत्म हो गई। हमारे चचेरे भाई बहनों के बच्चे हो चुके थे और मैंने भी बच्चे को लेकर कई ख्वाब संजोए थे। पिता बनना मेरी सबसे बड़ी तमन्ना थी. लेकिन डॉक्टर के इनकार ने मुझे अंदर से झकझोर कर रख ताया। मैं काफी रोया, मैं अपनी वाइफ के सामने फूट-फूटकर रोता था क्योंकि वो मां बनने के लिए बेकरार थी।
डेविड को थी ये परेशानी
डॉक्टर ने टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद डेविड को बताया उनके अंदर स्पर्म तो हैं लेकिन वो यूरेथ्रा में मौजूद नहीं है, रिप्रोडक्टिव सिस्टम में शुक्राणुओं को यूरेथ्रा में पहुंचाने वाली नली न होने की वजह से वास डेफेरेंस पैदा हो गया है, ये एक तरह का ट्यूब होता है जो स्पर्म को यूरेथ्रा में पहुंचाता है और फिजिकल रिलेशन के दौरान शुक्राणु महिला के अंदर चले जाते हैं।
3 साल तक छिपाए रखा राज
डॉक्टर ने बताया कि अगर उन्हें फिर भी किसी तरह से संतान चाहिए तो उन्हें स्पर्म को टेस्टिस से ऑपरेशन के जरिए बाहर निकालना होगा और फिर वाइफ के शरीर में इम्प्लांट करना होगा। डेविड ने बताया, ‘ये बात मैंने अपनी वाइफ, फैमिली मेंबर्स के अलावा हर किसी से 3 साल तक छिपाए रखी. मैं थोड़ा शर्मिंदा था. मैंने इस तरह की प्रॉब्लम के बारे में कभी भी किसी से नहीं सुना था और ऐसा मेल इनफर्टिलिटी के एक 2 फीसदी मामलों में ही पाया गया था। मुझे नहीं पता था कि ये सुनने के बाद लोग इस पर कैसे रिएक्शंस देंगे।
सच बताने से डरते हैं पुरुष
डेविड की तरह कई पुरुष अपनी मर्दाना कमजोरी को जमाने के सामने लाने से डरते हैं, क्योंकि अगर लोगों को ये सच्चाई पता चल गई, तो उन्हें कई तरह से सताया और शर्मिंदा किया जाएगा, यही वजह है कि किसी भी मर्द के लिए नपुंसक होना परेशानी का सबब है।