भिलाई [न्यूज़ टी 20] देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) आज मंगलवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो गई. कंपनी के स्टॉक्स आज अपने ऑफर प्राइस बैंड से 9 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुए हैं, जिसका मतलब है कि निवेशकों को पहले ही दिन झटका लग गया.
LIC ने बड़े इंतजाम और तामझाम के बाद 4 मई को खुदरा निवेशकों के लिए अपना आईपीओ उतारा था. कंपनी की मजबूत ब्रांडिंग और बाजार हिस्सेदारी को देखते हुए आईपीओ के सभी सेग्मेंट को जमकर बोलियां मिली थीं.
तब कंपनी के शेयरों का प्राइस बैंड 949 रुपये प्रति शेयर रखा गया था. आज एनएसई पर 9 फीसदी डिस्काउंट यानी 865 रुपये के भाव पर शेयरों ने ट्रेडिंग शुरू किया. यानी निवेशकों को प्रति शेयर करीब 84 रुपये का नुकसान हुआ है.
BSE-NSE पर कैसा रहा प्रदर्शन
एलआईसी के शेयर आज बाजार के दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट हुए. NSE पर इसकी लिस्टिंग 8.11 फीसदी गिरावट यानी 77 रुपये के नुकसान पर हुई और 872 रुपये का मूल्य निर्धारित हुआ. BSE पर एलआईसी
के शेयर 867 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए जिसमें करीब 9 फीसदी का नुकसान दिखा. इससे पहले निवेशकों ने कंपनी के शेयर 949 रुपये के अपर बैंड पर खरीदे थे.
पॉलिसीधारकों और कर्मचारियों को कितना नुकसान
कंपनी ने खुदरा निवेशकों और अपने कर्मचारियों को प्रति शेयर 45 रुपये की छूट दी थी, जबकि एलआईसी के पॉलिसीधारकों को प्रति शेयर 60 रुपये की छूट दी गई थी. इस लिहाज से आज सूचीबद्ध होने के बाद इस कैटेगरी के निवेशकों को नुकसान भी कम हुआ है.
पॉलिसीधारकों को जहां प्रति शेयर सिर्फ 24 रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं खुदरा निवेशकों और एलआईसी के कर्मचारियों को प्रति शेयर 39 रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा.
हर सेग्मेंट हुआ था ओवरसब्सक्राइब
सरकारी कंपनी होने के साथ बीमा क्षेत्र में बड़ी हिस्सेदारी और मजबूत ब्रांडिंग के बूते एलआईसी के शेयरों पर निवेशकों को बहुत भरोसा था. यही कारण है कि 4-9 मई तक आईपीओ के लिए चली बोली में यह 2.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
यानी बाजार में उतारे गए 16.2 करोड़ शेयरों के मुकाबले 47.77 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिली थीं. हालांकि, विदेशी निवेशकों ने इसके शेयरों से दूरी बना रखी थी.
अब क्या करें निवेशक
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के इक्विटी स्ट्रेटजी हेड हेमंग जैनी ने कहा, भले ही एलआईसी के शेयर बाजार में डिस्काउंट पर लिस्ट हुए हैं, लेकिन कंपनी का वैल्यूएशन और स्टेबिलिटी आकर्षक है.
मुझे लगता है कि आने वाले समय में खुदरा और संस्थागत दोनों ही तरह के निवेशक इसमें पैसे लगाएंगे. विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने भी एलआईसी में तेज बढ़त का अनुमान जताया है.
उन्होंने तो आने वाले कुछ दिनों में इसके शेयरों का प्राइस 1,000 रुपये पहुंचने का अनुमान लगाया है. यानी निवेशकों को फिलहाल घबराहट में शेयर बेचने की जरूरत नहीं है.