भिलाई [न्यूज़ टी 20] नई दिल्ली. लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन का आईपीओ (LIC IPO) भी अंतत: फ्लॉप ही साबित हुआ और निवेशकों को निराश कर गया. केवल 4 दिनों में ही इसका शेयर अपने उच्चतम स्तर 918.95 रुपये से 10 फीसदी टूट गया है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 872 रुपये में खुले इस स्टॉक ने आज 825 रुपये का लो (Low) बना दिया. अब निवेशकों के मन में सवाल है कि इसे रखें या बेचकर निकल जाएं. शुक्रवार को जहां बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 456 अंक (2.89 फीसदी) तो सेंसेक्स 1534 अंक (2.91 फीसदी) बढ़कर बंद हुआ है,

वहीं LIC के शेयर ने नीचे का रुख कायम रखते हुए निवेशकों को खुश होने का मौका नहीं दिया. चूंकि ये शेयर पहले दिन ही लगभग 8 फीसदी के डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था तो पहले दिन (17 मई) का सत्र खत्म होने तक निवेशकों ने इसमें लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाया.

और ये नुकसान लगातार जारी है. फर्म ने 21 हजार करोड़ रुपये बाजार से उठाए थे और इसके ऊपरी प्राइस बैंड 949 रुपये के हिसाब से इसका मूल्यांकन 6.01 लाख करोड़ रुपये का किया गया था. मात्र 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेचे जाने के बाद भी यह भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बन गया.

अब क्या करें निवेशक

एंजेल वन के प्रमुख सलाहकार अमर देव सिंह ने FinancialExpress को बताया कि वैश्विक मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं के साथ-साथ आर्थिक विकास पर निवेशकों की भावनाओं का भी LIC पर नेगेटिव प्रभाव पड़ा है.

सिंह के अनुसार, बीमा कारोबार में एलआईसी एक टॉप कंपनी है और इसे देखते हुए निवेशकों को लंबी अवधि के निवेश के रूप में स्टॉक में बने रहना चाहिए. उन्होंने आने वाले वर्षों में बिजनेस में अच्छी संभावनाओं का अनुमान लगाया है.

मैक्वायरी की भविष्यवाणी

अक्सर नए लिस्ट हुए शेयर्स को वैल्यूएशन के आधार पर आंककर लगभग सटीक भविष्यवाणी करने से जानी जाने वाली ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी सिक्योरिटीज़ इंडिया भी एलआईसी की बारीकी से मॉनिटरिंग शुरू कर दी है.

फर्म इस शेयर पर ‘न्यूट्रल’ है और इसके लिए 1,000 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है. हालांकि यह इसके इश्यू प्राइस 949 रुपये से अधिक है. शुक्रवार को LIC के शेयर ने 1.75 फीसदी की गिरावट दिखाई और 826.15 रुपये पर बंद हुआ. हालांकि इंट्राडे में इसने 856.80 रुपये का हाई भी लगाया था.

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