विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को पाकिस्तान पर कटाक्ष करते हुए पड़ोसी देश को ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का विशेषज्ञ’ बताया। जयशंकर ने एक कार्यक्रम में कहा, “हमारा एक पड़ोसी है।
जैसे हम सूचना प्रौद्योगिकी (IT) के विशेषज्ञ हैं, वे इंटरनेशनल टेररिस्ट्स (IT) के विशेषज्ञ हैं।”उन्होंने आगे कहा कि यह वर्षों से चल रहा है कि हमें इसका सामना कैसे करना चाहिए? और इसमें उन्हें यह समझना होगा कि आतंकवाद को राजनीति के साथ नहीं मिलाया जा सकता है।
आतंकवाद आतंकवाद है। आज इसका इस्तेमाल हमारे खिलाफ किया जा रहा है, कल इसका इस्तेमाल आपके खिलाफ किया जाएगा। जयशंकर ने जोर देकर कहा कि वर्तमान समय में दुनिया बहुत अधिक जागरूक है।
पहले दूसरे देश सोचते थे कि अगर यह कहीं और हो रहा है, तो उन्हें परेशान क्यों होना चाहिए? मैं यह नहीं कहूंगा कि स्थिति पूरी तरह बदल गई है। लेकिन दुनिया अब आतंक के प्रति कम सहिष्णु है।”
पाक को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी लताड़ चुका है भारत –
उन्होंने कहा, ”जब भी किसी देश को निशाना बनाया जाता है तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। मैं कहूंगा कि यह भी कूटनीति का एक उदाहरण है।” बता दें कि कई मौकों पर, भारत ने व्यापक चिंताओं के बीच पड़ोसी देश के साथ आतंकवाद का मुद्दा उठाया है। पड़ोसी देश अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था,
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ में रहा है। इसके अलावा, भारत कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर हमला बोल चुका है।
उधर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले महीने उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं की उपस्थिति में कहा था कि उनका देश आतंक का शिकार है।
उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान आतंकवाद का शिकार रहा है। मुझे इसके इतिहास में जाने की जरूरत नहीं है। लेकिन इतना ही कहना काफी है कि आतंकवाद के राक्षस को हराने के लिए हमने बहुत बड़ी कुर्बानियां दी हैं।”