
भारत और ब्रिटेन ने FTA पर किए हस्ताक्षर
लंबे इंतजार के बाद भारत और ब्रिटेन ने गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर कर दिए। यह करार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस समझौते को दोनों देशों की साझेदारी के एक नए युग की शुरुआत माना जा रहा है।
यह सिर्फ व्यापार नहीं, साझा समृद्धि का विजन: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को “साझा समृद्धि की योजना” करार देते हुए कहा कि इससे भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और MSME सेक्टर को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा:

“यह सिर्फ व्यापार समझौता नहीं है, यह निवेश, रोजगार और आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।”
ब्रिटिश बाजार में भारत के प्रोडक्ट्स को मिलेगी नई उड़ान
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अब भारत के टेक्सटाइल, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वेलरी, सीफूड और इंजीनियरिंग उत्पादों को ब्रिटेन में ज्यादा प्रतिस्पर्धी कीमत पर बेचा जा सकेगा। वहीं भारतीय एग्रीकल्चर और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए भी ब्रिटिश बाजार में नए अवसर खुलेंगे।
ब्रिटेन को भी होगा बड़ा फायदा: कीर स्टारमर
ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर ने इस समझौते को “ब्रेक्जिट के बाद सबसे ऐतिहासिक” बताते हुए कहा:
“यह समझौता वेतन बढ़ाएगा, जीवन स्तर बेहतर करेगा और ब्रिटेन के हर हिस्से में आर्थिक विकास को गति देगा। यह हज़ारों नई नौकरियां पैदा करेगा।”
क्या है इस FTA की मुख्य बातें?
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भारतीय निर्यात पर 99% टैक्स में छूट
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ब्रिटिश उत्पादों पर 90% शुल्क में कटौती
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2030 तक व्यापार बढ़ाकर 120 अरब डॉलर करने का लक्ष्य
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औसत आयात शुल्क 15% से घटाकर 3% किया जाएगा
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यूके-इंडिया “विजन 2035” लॉन्च
भारतीय और ब्रिटिश उपभोक्ताओं को मिलेगा जबरदस्त फायदा
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भारतीय उपभोक्ताओं को अब ब्रिटिश सॉफ्ट ड्रिंक्स, कॉस्मेटिक्स, मेडिकल डिवाइसेज और लग्जरी कारों तक सस्ती पहुंच मिलेगी।
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ब्रिटिश उपभोक्ताओं के लिए भारतीय कपड़े, हैंडीक्राफ्ट और फूड प्रोडक्ट्स अधिक किफायती होंगे।
6 मई को बनी थी सहमति, अब हुआ ऐतिहासिक क्रियान्वयन
FTA पर दोनों देशों की अंतिम सहमति 6 मई को बनी थी। अब यह समझौता दोतरफा आर्थिक रिश्तों को नई ऊर्जा, गति और स्थायित्व देगा।
