दुनिया 21वीं सदी में प्रवेश कर चुकी है और विज्ञान दिनों-दिन मानव विकास से जुड़ी नई परिभाषा को लिख रहा है. आए दिन साइंटिस्ट नई-नई खोजें करते हैं, जिससे हमारी लाइफ और बेहतर बनती जा रही है. लेकिन इस धरती पर आज भी कुछ ऐसी जनजातियां मौजूद हैं, जो इन विकास से जुड़ी खोजों से काफी दूर हैं. ये आज भी अपनी पुरानी परंपराओं और रीति-रिवाजों का पालन करते हैं.

ऐसी ही एक जनजाति नामिबिया में रहती है, जिसके बारे में जानने के बाद आपको भी हैरानी होगी. इस कबीले के लोग आज भी अपने पूर्वजों के बनाए ज्यादातर नियमों का पालन करते हैं, जिसमें कुछ इतनी अजीब परंपराएं हैं कि जिनके बारे में जानकर चौंक जाएंगे. इस ट्राइब का नाम हिम्बा जनजाति है. इस जनजाति की महिलाएं अनजान मर्दों के साथ संबंध बनाती हैं. इसकी परमिशन बकायदा उनके पति ही देते हैं.

नामीबिया के रेगिस्तानी इलाकों में रहने वाले हिम्बा ट्राइब के लोग अपने अनोखे वैवाहिक और नैतिक नियमों के साथ पश्चिमी देशों के मानदंडों या वैश्विक परंपराओं से बिलकुल अलग हैं. हाल ही में दिखाई गई अफ्रीकन हिस्ट्री टीवी की डॉक्यूमेंट्री से पता चलता है, “हिम्बा जनजाति के लोगों के लिए अपनी पत्नियों को आगंतुकों को संबंध बनाने के लिए देना आतिथ्य का सर्वोच्च रूप माना जाता है.

इसे मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करने का तरीका माना जाता है. साथ ही यौन ईर्ष्या (Sexual Jealousy) से बचा जा सकता है, जो अक्सर रूढ़िवादी विवाहों में व्याप्त होती है.” बता दें कि हिम्बा ट्राइब्स की महिलाएं बहुत ज्यादा मेहनती होती हैं. ये ट्राइब्स के मर्दों से भी ज्यादा काम करती हैं, जिसमें जानवरों से लेकर घरों की देखभाल करने तथा खाना पकाने, सफाई करने और बच्चों की देखभाल जैसे घरेलू काम शामिल हैं.

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हिम्बा लोगों की लाइफस्टाइल नामीबियाई समाज से काफी हद तक अलग-थलग है. एक अनुमान के मुताबिक यहां पर 50,000 हिम्बा ट्राइब के लोग रहते हैं, जो अपने पारंपरिक अस्तित्व को जिंदा बचाए रखे हैं. इतना ही नहीं, हिम्बा जनजाति में पुरुषों के लिए एक से अधिक पत्नियां रखना आम बात है. लेकिन जनसंख्या को लेकर किए गए स्टडी से पता चला है कि 70% से अधिक हिम्बा पुरुष कम से कम एक ऐसे बच्चे को पालते हैं, जिसका पिता वो खुद नहीं, बल्कि कोई दूसरा ही होता है. वे इस सच्चाई को जानते हैं. लेकिन इसके बावजूद अपनी बीवियों के साथ मधुरता से रहते हैं. कहा जाता है कि हिम्बा महिलाओं के लिए तलाक लेना बहुत आसान है. डॉक्यूमेंट्री में कहा गया है कि इस जनजाति में विवाह से बाहर जन्म या विवाहेतर संबंध कोई बड़ी बात नहीं मानी जाती है और हर बच्चे का पालन-पोषण करने के लिए एक “सामाजिक पिता” होता है.

डॉक्यूमेंट्री में आगे कहा गया है कि हिम्बा जनजाति में पत्नियों की अदला-बदली की भी एक परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है. इसी के तहत यहां मर्द अपनी बीवियों को अनजान पुरुषों के साथ रात बिताने की परमिशन देते हैं. इतना ही नहीं, जब मेहमान या अनजान मर्द किसी दूसरे की बीवी के साथ सो रहा होता है, तो महिला के पति से अपेक्षा की जाती है कि वह दूसरे कमरे में रात बिताए. हालांकि, अब इस जनजाति की लाइफस्टाइल धीरे-धीरे खतरे में पड़ रही है. जैसे-जैसे नामीबिया में पश्चिमी देशों का माहौल फैल रहा है, वैसे-वैसे हिम्बा ट्राइब्स के बच्चे अपने “पिछड़े” तौर-तरीकों पर शर्म महसूस कर रहे हैं. हिम्बा समुदाय के ओवेन काटापारो ने बीबीसी से कहा, “जब मैं गांव के बाहर पारंपरिक कपड़ों में होता हूं, तो लोग मुझे अजीब नजरों से देखते हैं.” ओवेन का मानना ​​है कि जब वह पश्चिमी परिधान पहनते हैं तो बाहरी लोग उन्हें अधिक गंभीरता से लेते हैं.

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