भिलाई [न्यूज़ टी 20] रायपुर / स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने जगदलपुर जिला चिकित्सालय महारानी अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों की बैठक लेकर वहां उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की समीक्षा भी की।
स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के कायाकल्प से खुश होकर सिविल सर्जन डॉ. प्रसाद को सम्मानित किया। उन्होंने अच्छी सेवाओं के लिए अस्पताल के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की भी पीठ थपथपाई।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने अस्पताल के नवनिर्मित बर्न ट्रॉमा यूनिट, आपातकालीन सेवाओं, सर्जिकल और मेडिकल आईसीयू वार्ड का निरीक्षण कर वहां इलाज करा रहे मरीजों से चर्चा की।
उन्होंने मरीजों से अस्पताल में दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली। सिंहदेव ने ओपीडी में आने वाले मरीजों से भी चर्चा की। इस दौरान बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर.,
संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भीम सिंह, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक अभिजीत सिंह, स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक आर. राजन और बस्तर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के. चतुर्वेदी भी मौजूद थे।
अस्पताल के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान योजना तथा डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली। उन्होंने वहां अपने स्वयं के कॉर्ड की भी जांच करवाई। उन्होंने महारानी अस्पताल द्वारा कुल भर्ती मरीजों के विरुद्ध 112 प्रतिशत ब्लॉकिंग किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर की।
सिंहदेव ने चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह के अनुसार दवाईयों की उपलब्धता अस्पताल स्तर से ही किए जाने पर भी संतुष्टि जताई। उन्होंने डायलिसिस वार्ड तथा मेडीसिन विभाग के पुरूष एवं महिला वार्ड का भी निरीक्षण किया।
डायलिसिस वार्ड में भर्ती मरीजों ने महारानी अस्पताल में डायलिसिस की सेवाएं शुरू होने पर स्वास्थ्य मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। सिंहदेव ने समीक्षा बैठक में अस्पताल द्वारा मुहैया कराई जा रही सेवाओं की गुणवत्ता में आ रहे सुधार पर संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था के लिए सिविल सर्जन और उनकी टीम की सराहना की।
उन्होंने कहा कि अन्य जिला अस्पतालों की तुलना में महारानी अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक होने के बावजूद यहां गुणवत्तापूर्ण सेवाएं दी जा रही हैं। अन्य जिला अस्पताल भी ऐसी ही गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यहां की व्यवस्थाओं से सीख सकते हैं।