नई दिल्ली. आम बजट में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी घटने के बाद सोने के भाव में तेजी से गिरावट आई थी. गोल्ड की कीमतें गिरकर 70,000 रुपये के नीचे चली गई थीं. लेकिन, अब फिर सोने के भाव में तेजी लौटी है. इस महीने गोल्ड रिकॉर्ड स्तरों पर कारोबार कर रहा है. IBJA की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड का दाम 71,762 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं, गुड रिटर्न्स पर उपलब्ध डाटा के मुताबिक, कुछ शहरों में सोने की कीमतें 73,000 के पार चली गई है.
सोने में तेजी के बीच निवेशकों के मन में सवाल है कि क्या अब इन स्तरों पर सोने में खरीदी करना चाहिए. एक्सपर्ट्स ने इसे लेकर अपनी राय दी है. आइये आपको विस्तार से बताते हैं सोने के भाव में किन कारणों से तेजी आई है.
सोने में क्यों लौटी तेजी
गोल्ड के प्राइस में तेजी की 2 बड़ी वजह हैं. इनमें पहला ब्याज दरों में कटौती को लेकर यूएस फेड की कमेंट्री और दूसरा मीडिल ईस्ट में घटाता तनाव है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिका में महंगाई कंट्रोल में है और अब सितंबर से इंटरेस्ट रेट में कटौती का सिलसिला शुरू होगा. यूएस फेड की इस कमेंट्री से डॉलर और यूएस बॉन्ड यील्ड में नरमी आई, जिसकी वजह से सोने के भाव में तेजी लौटी.
कहां तक जा सकता है भाव
कमोडिटी एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि देश में त्योहारी सीजन और शादी-ब्याह के मौसम नजदीक आने से गोल्ड की डिमांड बढ़ेगी और सोने का भाव नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा. अगमोंट गोल्ड फोर ऑल में रिसर्च हेड, रेनिशा चैनानी ने इस बात पर जोर दिया कि सोने के भाव को ₹72,500 अगले रेजिस्टेंस का सामना करने से पहले ₹72,270 के रिकॉर्ड स्तर को तोड़ने की जरूरत है.