भिलाई [न्यूज़ टी 20] नई दिल्ली : पिछले कई सालों से बीजेपी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर कांग्रेस अपने शासन काल में शुरू की गई योजनाओं का नाम बदलने और रिपैकेजिंग करने का आरोप लगा रही है। ऐसे में कांग्रेस की ओर से वक्त-वक्त पर सोशल मीडिया के जरिए ऐसी योजनाओं की लिस्ट भी जारी की जाती है।
इस बीच हाल ही में सोशल मीडिया पर एक इन्फोग्राफिक वायरल हो रही है, जिसमें मोदी सरकार की योजनाओं, स्थानों, संस्थानों और पुरस्कारों के बारे में दिखाया गया, जिसमें दावा किया गया है कि पीएम मोदी ने राजीव गांधी फाउंडेशन का नाम पीएम केयर्स फंड किया गया है।
ऐसे में क्या है इस पोस्ट की सच्चाई जानिए.. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट में दावा करते हुए कहा गया है, “दशकों पुरानी गलतियों को एक बदलाव के साथ सुधारा गया”, और इनमें से कुछ परिवर्तनों को लिस्ट है,
जिसनें लिखा गया है कि नेहरू संग्रहालय को पीएम संग्रहालय में बदल दिया गया, इंदिरा आवास योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना में, राजीव गांधी खेल रत्न को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न में बदल दिया गया और राजीव गांधी फाउंडेशन को पीएम केयर्स में।
ऐसे में सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा पूरी तरह से भ्रामक पाया गया। राजीव गांधी फाउंडेशन और पीएम केयर फंड के बीच कोई संबंध नहीं है। दोनों पूरी तरह से अलग संस्थाएं हैं और वर्तमान में चल रही हैं।
वहीं इसमें से कई दावों वाली पोस्ट में इंडिया टुडे के मुताबिक नई दिल्ली में नेहरू संग्रहालय का नाम बदलने, इंदिरा आवास योजना और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं है।
हालांकि, ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि राजीव गांधी फाउंडेशन का नाम बदलकर पीएम केयर फंड कर दिया गया था।
बता दें कि पीएम केयर्स फंड की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट को 27 मार्च, 2020 को नई दिल्ली में पंजीकरण अधिनियम, 1908 के तहत पंजीकृत किया गया था।