भिलाई [न्यूज़ टी 20] Brother And Sister Partition Story: भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त न जाने कितने परिवार टूट गए. लोग एक-दूसरे से बिछड़ गए. लाखों लोग मारे भी गए. बंटवारे की त्रासदी झेल चुके कई लोग आज भी जीवित हैं. हाल ही में बंटवारे के समय एक-दूसरे से जुदा हुए भाई-बहन के बारे में 75 साल बाद पता चला है.
जानकारी के मुताबिक जल्दी ही दोनों एक-दूसरे से बात करेंगे. भाई भारत में हैं तो उनकी बहन पाकिस्तान में. खास बात ये है कि बहन को ढूढ़ने में पाकिस्तान के एक यूट्यूबर का अहम रोल है. दरअसल, यूट्यूबर ने एक वीडियो यूट्यूब पर डाला था, जिसके बाद इस भाई-बहन की पहचान हुई और अब दोनों एक-दूसरे से बात कर सकेंगे.
भाई भारत में है तो बहन पाकिस्तान में
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के यूट्यूबर नासिर ढिल्लो ने एक कैंपेन में पाकिस्तान की सकीना बीबी और भारत के गुरमेल सिंह को ढूढ़ निकाला.
सकीना, पाकिस्तान के शेखूपुरा में रहती हैं, जबकि गुरमेल सिंह भारत के लुधियाना के जस्सोवाल में रहते हैं. बंटवारे से पहले गुरमेल सिंह का जन्म लुधियाना के नूरपुर गांव में हुआ था. वहीं, सकीना का जन्म 1955 में शेखूपुरा के गुरदास गांव में हुआ था.
परिवार से बिछड़ गए थे गुरमेल सिंह
बता दें कि 1947 में गुरमेल अपनी मां के साथ नानी के यहां गए थे. इस दौरान अधिकारी उनकी मां को घर भेज रहे थे जिसमें रास्ते में गुरमेल का हाथ छूट गया था. सकीना ने बताया कि बेटे से बिछड़ने के गम में मां की मौत हो गई.
उस वक्त सकीना 2 साल की थीं. इसके बाद उनके पिता वली मोहम्मद का भी निधन हो गया. सकीना को यह बात पता थी कि उनका एक भाई है जो बिछड़ गया है.
कहानी को यूट्यूबर नासिर ढिल्लो ने किया शेयर
जानकारी के मुताबिक सकीना ने कई बार अपने भाई को चिट्ठी लिखी. साल 1961 में एक बार उन्हें चिट्ठी का जवाब भी मिला था. लेकिन फिर कोई बातचीत नहीं हो पाई.
सकीना बीबी की इस कहानी को यूट्यूबर नासिर ढिल्लो ने शेयर किया था. जिस पर गुरमेल सिंह के गांव जस्सोवाल के सरपंच का जवाब आया. बहरहाल, अब भाई-बहन दोनों का पता चल गया है और दोनों जल्दी ही बात करेंगे.