भिलाई (न्यूज टी 20) टोक्यो ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने डायमंड लीग में नया नेशनल रिकॉर्ड कायम कर दिया है. स्टॉकहोम में खेले जा रही डायमंड लीग में नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में 89.94 मीटर का थ्रो फेंका
और अपना ही बनाया नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया. इससे पहले 14 जून को भी नीरज चोपड़ा ने तुर्कु में पावो नुरमी खेलों (Paavo Nurmi Games) में 89.30 का थ्रो फेंककर नेशनल रिकॉर्ड कायम किया था. वहां पर वह सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे थे. वहीं कुओर्ताने खेलों में 86.60 मीटर के साथ शीर्ष रहे.
नीरज ने पहले प्रयास में नेशनल रिकॉर्ड कायम किया लेकिन इसके बाद उनका अगला थ्रो महज 84.37 मीटर का ही रहा. तीसरे प्रयास में नीरज ने एक बार फिर सुधार किया और 87.46 मीटर का थ्रो फेंका.
चौथे प्रयास में नीरज ने 86.77 मीटर का थ्रो फेंक और अंत 86.84 मीटर के थ्रो के साथ किया. वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स ने 90.31 मीटर का थ्रो फेंका और इस टूर्नामेंट का मीटिंग रिकॉर्ड कायम किया.
डायमंड लीग में नहीं दिए जाते मेडल
इस साल चार डायमंड लीग खेली जानी थी जिसमें से पहली लीग दोहा में खेली गई थी. फिट न होने के कारण नीरज ने उसके हिस्सा नहीं लिया था. अगली डायमंड लीग अब 10 अगस्त को मोनाको में और
साल की आखिरी डायमंड लीग लुसेन में 26 अगस्त को खेली जाएगी. इसके बाद 8 सितंबर को ज्यूरिख में डायमंड लीग का फाइनल खेला जाएगा.डायमंड लीग में खिलाड़ियों को मेडल नहीं दिए जाते हैं बल्कि स्पॉट्स (पॉजिशन) के हिसाब से उन्हें अंक दिए जाते हैं.
पहले स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी को 8 अंक, दूसरे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी को 7 अंक. सभी लीग्स हो जाने के साथ अंको के लिहाज से जो खिलाड़ी टॉप चार का हिस्सा होते हैं वही फाइनल खेलते हैं. पहले लीग में हिस्सा न लेने के कारण नीरज फिलहाल चौथे स्थान पर हैं.
2018 के बाद पहली बार डायमंड लीग में उतरे थे नीरज चोपड़ा
इससे पहले नीरज चोपड़ा ने ज्यूरिख में अगस्त 2018 में डायमंड लीग में हिस्सा लिया था. उन्होंने 85.73 मीटर थ्रो करके चौथे स्थान पर रहे थे. हालांकि तब भी उन्होंने नेशनल रिकॉर्ड कायम किया था.
नीरज आज से पहले अब तक सात डायमंड लीग खेल चुके हैं जिनमें तीन 2017 में और चार 2018 में खेली थी लेकिन इसमें पदक नहीं जीत पाये. दो बार चौथे स्थान पर रहे हैं.
वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले काफी अहम है यह टूर्नामेंट
अमेरिका में अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप से पहले चोपड़ा के लिये यह सबसे बड़ा टूर्नामेंट है. इसमें टोक्यो ओलिंपिक के तीनों पदक विजेता मैदान थे. मौजूदा दौर के भालाफेंक खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा बार 90 मीटर की बाधा पार करने वाले जर्मनी के जोहानेस वेटर चोट के कारण बाहर हैं.