गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती कई गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके. इस बार मल्टी लेयर सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है. इसमें जमीन से आसमान तक निगरानी की जा रही है. 6000 जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया है. इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की एंटी ड्रोन सिस्टम को भी तैनात किया गया है.
यही नहीं, सेंट्रल दिल्ली की बिल्डिंग्स की छत पर भी जवानों को तैनात किया गया है. पुलिस ने पूरी दिल्ली में गश्त बढ़ा दी है. गणतंत्र दिवस समारोह में आने वाले लोगों के लिए कुल 24 हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं. वहीं, बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वैड भीड़-भाड़ वाले इलाकों और अन्य अहम क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं. गणतंत्र दिवस के मौके पर किसी प्रकार की अनहोनी न हो इसके लिए तीन पहले ही तैयारी शुरू कर दी गई थी.
राजधानी में होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस, सिनेमा हॉल और बस स्टेशन पर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले दो-तीन महीने से होटलों, धर्मशालाओं, गेस्ट हाउस, सिनेमा हॉल, पार्किंग स्थल और बस अड्डों पर वेरिफिकेशन कैंपेन चलाया जा रहा था. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में चेहरा पहचानने से लैस टेक्नोलॉजी वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और नाकों पर जांच तेज कर दी गई है.
कर्तव्यपथ पर 65,000 लोगों के आने की उम्मीद
पुलिस के मुताबिक गणतंत्र दिवस समारोह में करीब 65,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. इस वर्ष समारोह में शामिल होने के लिए खास तरह का पास दिया गया है. जिसमें दिए गए क्यूआर कोड की स्कैनिंग के आधार पर ही एंट्री मिल सकेगी. नई दिल्ली के डीसीपी ने बताया कि समारोह पर निगरानी के लिए कुल 150 कैमरे लगाए गए हैं.
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस के अधिकारी दिल्ली के बाजार और कल्याण संघों के साथ बातचीत कर चुके हैं और उन्हें सिक्योरिटी को लेकर बरती जाने वाली सतर्कता के बारे में जानकारी दी गई है. पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों में जागरुकता फैलाने का काम किया है.