राजस्थान के बीकानेर जिले में 20 वर्षीय एक दलित युवती की कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इस घटना में संदिग्ध भूमिका के लिए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, पीड़िता के परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओम प्रकाश ने कहा कि 20 वर्षीय महिला का शव मंगलवार दोपहर खाजूवाला इलाके में मिला।
इस संबंध में लड़की के पिता ने खाजूवाला थाने के कांस्टेबल मनोज व भागीरथ समेत एक अन्य युवक के खिलाफ दुष्कर्म व हत्या का मामला दर्ज कराया है। परिजनों ने अन्य युवकों पर भी शक जताया है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी तेजस्वनी गौतम समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। बताया जा रहा है कि युवती रोज सुबह कोचिंग के लिए जाती थी। मंगलवार को भी वह रोजाना की तरह घर से कोचिंग के लिए निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं होने से परिजन आक्रोशित हैं। पीड़ित परिवार के साथ भाजपा नेता भी ‘धरना’ में शामिल हुए। धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। महिला के पिता के मुताबिक उनकी बेटी कोचिंग के लिए एक कंप्यूटर सेंटर जाती थी। तभी उन्हें फोन आया कि उनकी बेटी घायल अवस्था में खाजूवाला अस्पताल में है। अस्पताल पहुंचे तो लड़की की मौत की जानकारी मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि दो आरोपी कांस्टेबलों के साथ एक अन्य युवक दिनेश रोजाना लड़की का पीछा करता था।
परिजन इस बात से नाराज हैं कि पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की बजाय उन्हें निलंबित किया गया है। अब दोनों कांस्टेबलों को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की जा रही है। उधर, पुलिस विभाग का कहना है कि अगर किसी कर्मी पर आरोप साबित होता है तो उसे बर्खास्त किया जा सकता है। पूरे मामले की जांच एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) से कराने की मांग की गई है। पुलिस ने आरोपी दिनेश बिश्नोई, मनोज और भागीरथ के खिलाफ गैंगरेप और हत्या के साथ ही एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
उधर, परिजनों ने पूर्व एसएचओ अरविंद सिंह शेखावत से भी नाराजगी जताई है। आरोप है कि शेखावत की विदाई पार्टी का आयोजन आरोपियों ने किया था। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने कहा कि लड़की घायल अवस्था में मिली थी। उसके गुप्तांगों पर चोट के निशान थे। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों का नाम भी सामने आया था, जिन्हें प्राथमिकी दर्ज होते ही निलंबित कर दिया गया है। इस घटना को लेकर विपक्षी भाजपा ने सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोला है।
नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट किया, बीकानेर के खाजूवाला में युवती से दुष्कर्म और हत्या की घटना में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सरकार के चेहरे पर धब्बा है। खाजूवाला कांड में पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल बेहद गंभीर हैं। जब पुलिस सरकार की नाक के नीचे बहन-बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ करेगी तो महिलाओं की सुरक्षा कौन करेगा। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब तक दोनों आरोपी कांस्टेबलों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। मैं राज्य सरकार से इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करता हूं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।