
29 मिनट 3 सेकंड का वर्ल्ड रिकॉर्ड
क्रोएशिया के फ्रीडाइवर विटोमिर मारिचिक (Vitomir Maričić) ने पानी के अंदर लगातार 29 मिनट 3 सेकंड तक सांस रोककर दुनिया को चौंका दिया। यह उपलब्धि पिछले रिकॉर्ड से लगभग 5 मिनट ज्यादा है। इस तरह मारिचिक ने न सिर्फ नया इतिहास रचा, बल्कि यह साबित कर दिया कि इंसानी शरीर और मन की सीमाएं कितनी आगे तक जा सकती हैं।
इंसान कितनी देर तक रोक सकता है सांस?
सामान्य परिस्थितियों में कोई भी इंसान केवल कुछ ही मिनट सांस रोके रह सकता है। शरीर को ऑक्सीजन की कमी और कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता सहन करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन विशेष प्रशिक्षण और मानसिक अनुशासन के जरिए फ्रीडाइवर्स यह समय कई गुना बढ़ा लेते हैं।

सफलता का मंत्र: ट्रेनिंग + मेडिटेशन
मारिचिक ने बताया कि इस कारनामे के पीछे डायाफ्रामिक ब्रीदिंग, कार्डियो एक्सरसाइज और ध्यान (Meditation) की अहम भूमिका रही।
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डायाफ्रामिक ब्रीदिंग से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
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कार्डियो एक्सरसाइज से शरीर ज्यादा देर तक ऑक्सीजन संभाल पाता है।
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मेडिटेशन से डर और घबराहट पर काबू पाया जा सकता है।
20 मिनट के बाद उनका शरीर सिकुड़न और दर्द से जूझ रहा था, लेकिन मानसिक मजबूती ने उन्हें यह असंभव सा लगने वाला लक्ष्य हासिल करने की ताकत दी।
क्यों मुश्किल है इतनी देर सांस रोकना?
लंबे समय तक सांस रोकने पर खून में ऑक्सीजन कम हो जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड बढ़ने लगती है। नतीजतन, डायाफ्राम मसल्स सिकुड़ने लगती हैं और सांस लेने के लिए शरीर मजबूर करने लगता है। यही स्थिति पानी के अंदर घातक हो सकती है। लेकिन फ्रीडाइवर्स इसी चुनौती से निपटने की कला सीखते हैं।
ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने की तकनीक
मारिचिक ने खुलासा किया कि रिकॉर्ड बनाने से पहले उन्होंने पानी में जाने से पहले करीब 10 मिनट तक गहरी सांसें लीं, जिससे उनके खून में ऑक्सीजन का स्तर सामान्य से 5 गुना ज्यादा हो गया। इस वजह से वे लंबे समय तक पानी के अंदर रह पाए।
पुराना रिकॉर्ड टूटा
यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए मारिचिक ने अपने ही देश के साथी बुदीमीर सोबत का वर्ल्ड रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया, जिन्होंने साल 2021 में यह कारनामा किया था।
