
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021 भर्ती घोटाले में आरोपी पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बिलासपुर हाईकोर्ट की सिंगल बेंच जस्टिस बीडी गुरु ने टामन की जमानत याचिका खारिज कर दी है। याचिका पर 17 अप्रैल को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा गया था, जो अब जारी कर दिया गया है।
CBI जांच के घेरे में टामन सिंह सोनवानी

इस बहुचर्चित घोटाले की CBI जांच चल रही है। CBI ने नवंबर 2023 में सोनवानी को उनके गांव से मैनपाट स्थित फार्महाउस जाते समय गिरफ्तार किया था।
रिश्तेदारों और प्रभावशाली लोगों के चयन का आरोप
CBI की जांच में खुलासा हुआ कि टामन सिंह सोनवानी ने अपने पांच से ज्यादा रिश्तेदारों जैसे नीतेश सोनवानी, साहिल सोनवानी, निशा कोसले, दीपा अजगले, और सुनीता जोशी का अवैध तरीके से चयन कराया।
इसके अलावा कई प्रभावशाली नाम भी चयनित हुए, जिनमें शामिल हैं:
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जीवन किशोर (PSC सचिव) के बेटे सुमित ध्रुव
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पूर्व राज्यपाल सचिव अमृत खलखो की बेटी नेहा और बेटा निखिल
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DIG ध्रुव की बेटी साक्षी
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कांग्रेस नेता की बेटी अनन्या अग्रवाल
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एक उद्योगपति के बेटे और बहू
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मंत्री के OSD के साढ़ू की बेटी खुशबू बिजौरा
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कांग्रेस नेताओं राजेंद्र कौशिक और राजेंद्र शुक्ला के बेटे
सीबीआई ने छापेमारी में बरामद किए अहम सबूत
CBI ने 18 चयनित अभ्यर्थियों के घरों पर छापेमारी कर 300 से अधिक किताबें, नोटबुक, मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप जब्त किए। एक अभ्यर्थी की डायरी में भुगतान का पूरा हिसाब दर्ज था। CBI ने 5 साल की कॉल डिटेल्स, लोकेशन और बैंक खातों की जांच के बाद सोनवानी को समन भेजा था। पेश न होने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
7 आरोपी, कईयों की जमानत याचिका हो चुकी है खारिज
CBI ने इस केस में 7 मुख्य आरोपियों को नामजद किया है:
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श्रवण गोयल (बजरंग इस्पात के डायरेक्टर)
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शशांक गोयल
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भूमिका कटियार
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नीतेश सोनवानी
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साहिल सोनवानी
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ललित गणवीर
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टामन सिंह सोनवानी
इनमें से शशांक गोयल और भूमिका की जमानत याचिकाएं पहले ही खारिज हो चुकी हैं।
