
राजनांदगांव । राजनांदगांव पुलिस ने एक्सिस बैंक के पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि बैंक के इस कर्मचारी ने अपने ही बैंक के ग्राहकों के नाम पर फर्जी लोन लेकर ढाई करोड़ की ठगी कर दी। इसके बाद इन सारे पैसों को अपने रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर देता था।
पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी बैंक कर्मी ग्राहकों के नाम पर निकाले गये लोन के पैसों से अपने महंगे शौक पूरा करता था। पुलिस ने ठगी के इस मामले में Axis बैंक के पूर्व कर्मी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। बैंक ग्राहकों से ठगी का ये पूरा मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक बैंक ग्राहकों के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी का नाम उमेश गोरले और पत्नी का नाम उषा गोरले है। उमेश गोरेल एक्सिस बैंक में लोन डिपार्टमेंट में पदस्थ था। इसी दौरान उसने साल 2022 के नवंबर महीने से अप्रैल 2025 के बीच एक्सिस बैंक के ग्राहकों के नाम पर फर्जी लोन अप्रूव कर लोन के पैसों में जमकर धांधली कर पैसों को अपने रिश्तेदारों के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिये।
पुलिस ने बताया कि 26 जुलाई को एक्सिस बैंक के मैनेजर रिंकू कुमार ने डोंगरगढ़ थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि बैंक के लोन डिपार्टमेंट में पदस्थ उमेश गोरले ने नवंबर 2022 से अप्रैल 2025 के बीच ग्राहकों के नाम पर फर्जी लोन, ओवरड्राफ्ट खाते और नेट बैंकिंग का गलत तरीके से इस्तेमाल कर पैसे निकाल लिये।
शिकायत में ये भी बताया गया कि उमेश पहले रकम को मणप्पुरम गोल्ड लोन खातों में ट्रांसफर करता था। इन खातों में उसका अपना खाता भी लिंक था। इसके बाद वह पैसे पत्नी उषा गोरले और मां तारादेवी गोरले के खातों में ट्रांसफर कर देता था। पुलिस ने जब इस मामले की तफ्तीश शुरू की तो पता चला कि तारादेवी का बैंक खाता उमेश के मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी से जुड़ा था।
ऐसे में आरोपी की मां के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने खुलासा किया कि उमेश ने एक्सिस बैंक में काम करने के दौरान करीब ढाई करोड़ रूपये का फ्राॅड किया। धोखाधड़ी के इन पैसों से उसने नई कार, लैपटॉप, मोबाइल खरीदा था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। धोखाधड़ी के इस मामले में अब तक 43 खाताधारकों ने शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी उमेश और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
