नई दिल्ली. चार जून को मतगणना के लिए बीजेपी ने विशेष तैयारियां की हैं. बीजेपी ने प्रचार से लेकर मतदान और अब मतगणना तक हर बूथ पर अपनी मौजूदगी सुनिश्चित करने की रणनीति को अंजाम दिया है. बीजेपी ने देश भर में अपने बूथ एजेंट, बूथ इंचार्ज और काउंटिग एजेंट को स्पेशल दिशा-निर्देश जारी किए हैं. उनसे ईवीएम पर खासतौर से नजर रखने को कहा गया है. सभी बूथ इंचार्ज और एजेंट से कहा गया कि मतगणना केंद्रों पर ईवीएम की सील अच्छे से चेक करें. अगर सील ठीक नहीं है और लग रहा हो कि ईवीएम से छेड़छाड़ हुई है तो अपनी आपत्ति दर्ज कराएं.
बीजेपी ने अपने बूथ एजेंटों को कहा है कि हर ईवीएम के बीच एक सफेद कागज लगा होता है. अगर किसी ईवीएम में सफेद कागज नहीं है तो इसका मतलब यह है कि उसमें छेड़छाड़ हुई है. अगर ऐसा होता है तो अपनी आपत्ति दर्ज कराएं. सभी ईवीएम मशीन उम्मीदवार और एजेंट के सामने ही खोली जाएं, इसका विशेष रूप से ध्यान रखना जरूरी है. सभी इंचार्ज और एजेंट को कहा गया है कि वे फॉर्म 17 सी को देखें कि उसमें कितने वोट लिखे हुए हैं और कुल कितने वोट पड़े. उन्हें अपना आई कार्ड बनवाने का निर्देश भी दिया गया है.
बीजेपी ने अपने मतगणना एजेंटों को कहा है कि वे मतगणना केंद्रों पर गिनती शुरू होने से आधे घंटे पहले पहुंचें और मतगणना में आखिर तक बैठे रहें. वहीं मतगणना के बारे में अपनी आशंकाओं को लेकर कांग्रेस की अगुवाई में ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात की. उनकी मांग थी कि ईवीएम की गिनती खत्म होने से पहले पोस्टल बैलट की गिनती की पूरी जाए. कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया चुनाव के नतीजों को एक तरफ से दूसरी तरफ ले का सकती है. चुनाव में पोस्टल बैलट निर्णायक होते हैं. चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक पहले पोस्टल बैलट की गिनती की जाए. 2019 में स्पष्ट रूप से कहा की पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी और फिर ईवीएम की.