कैबिनेट की बगावत के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का इस्तीफा…
भिलाई [न्यूज़ टी 20] ब्रिटेन में महाराष्ट्र जैसे सियासी घमासान के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वैसे तो बोरिस जॉनसन की कुर्सी पर खतरा कई बार मंडराया है लेकिन इस बार बगावत का तूफान उनके लिए बड़ी मुसीबत बन गया।
ब्रिटेन में चार कैबिनेट मंत्री समेत 40 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद बोरिस जॉनसन पर भी इस्तीफे का दबाव बढ़ गया। बता दें कि मंगलवार को वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद तो इस्तीफों की झड़ी लग गई।
50 से ज्यादा मंत्रियों का इस्तीफा
प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि पीएम बोरिस जॉनसन इस्तीफे के लिए तैयार हो गए हैं। डाउनिंग स्ट्रीट के एक अधिकारी ने कहा कि बोरिस जॉनसन बाद में इस्तीफे का ऐलान करेंगे। जॉनसन ने अपनी कैबिनेट से भी इस्तीफा देने को कहा।
ऐसे में 50 से ज्यादा मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया। न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक अभी तक यह तो स्पष्ट नहीं हो पाया था कि वह कंजरवेटिव पार्टी के नए नेता चुनने तक पद पर रहेंगे या नहीं।
आखिर अब ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री कौन बनेगा? बता दें कि बोरिस जॉनसन ने 36 घंटे पहले ही दो नए मंत्री बनाए थे। उन्हें भी पद संभालते ही इस्तीफा देना पड़ा। इसमें ट्रेजरी चीफ नदीम जहवी भी शामिल हैं।
बागी मंत्री को कर दिया था बर्खास्त
बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार बढ़ रहा था। एक दिन पहले ही उनकी कैबिनेट के करीब 9 मंत्री उनके पास पहुंचे थे और उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी के हित और आगे आने वाले चुनावों का हवाला देकर बोरिस से इस्तीफा देने को कहा था।
लेकिन इस पर बोरिस जॉनसन सहमत नहीं हुए थे। यही बात जब उनके एक मंत्री माइकल गोव ने मीडिया के सामने बता दी तो उनको बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव और बढ़ गया।
बोरिस जॉनसन ने पहले कहा था कि अगर वह इस्तीफा दे देंगे तो आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए उनका पद पर बने रहना जरूरी है। बता दें इस पूरी बगावत की वजह क्रिस पिंचर हैं।
दरअसल क्रिस पिंचर यौन उत्पीड़न समेत कई मामलों में आरोपी थै। बावजूद उसके उनको कैबिनेट और पार्टी में प्रमोट कर दिया गया। इसके बाद वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इस्तीफा सौंप दिया।