भिलाई [न्यूज़ टी 20] बर्लिन. भारतीय मतदाताओं ने एक बटन दबाकर देश में तीन दशकों से चल रही राजनीतिक अस्थिरता को खत्म कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जर्मनी में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत यह कहकर की कि वह जर्मनी की राजधानी में न तो अपने बारे में और न ही मोदी सरकार के बारे में बात करने के लिए हैं. उन्होंने कहा,
“मैं आपसे करोड़ों भारतीयों की क्षमताओं के बारे में बात करना चाहता हूं और उनकी सराहना करना चाहता हूं. जब मैं करोड़ों भारतीयों की बात करता हूं, तो इसमें न केवल वहां रहने वाले लोग शामिल होते हैं, बल्कि यहां रहने वाले लोग भी शामिल होते हैं.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके शब्दों में दुनिया के कोने-कोने में रहने वाली मां भारती के सभी बच्चे शामिल हैं. पीएम मोदी ने कहा, “आज का आकांक्षी भारत, आज का युवा भारत, देश का तेज विकास चाहता है.
वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी आवश्यक है. इसलिए भारत के लोगों ने तीन दशकों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया.
30 साल बाद 2014 में पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी गई और ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने, देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया.”
‘नया भारत जोखिम लेने के लिए तैयार है’
प्रवासी भारतीयों के लिए प्रधानमंत्री का एक घंटे का संबोधन यहां ‘थिएटर एम पोस्टडैमर प्लात्ज’ में हुआ. वहां बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय एकत्र हुए थे. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने ‘भारत माता की जय’,
‘मोदी है तो मुमकिन है’ और ‘2024, मोदी फिर एक बार’ जैसे नारे लगाये. मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत हर क्षेत्र- जीवन में सुगमता, जीवन की गुणवत्ता, रोजगार में आसानी, शिक्षा की गुणवत्ता, व्यापार करने में आसानी,
यात्रा की गुणवत्ता, उत्पादों की गुणवत्ता- में तेज प्रगति हासिल कर रहा है. मोदी ने कहा, “नया भारत अब एक सुरक्षित भविष्य के बारे में नहीं सोचता है, बल्कि जोखिम लेने के लिए तैयार है, नया करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार है.”
‘डिजिटल भुगतान में भारत की हिस्सेदारी 40% से अधिक’
उन्होंने कहा, “भारत में 2014 के आसपास 200-400 स्टार्ट-अप थे, आज 68,000 स्टार्ट अप और दर्जनों यूनिकॉर्न हैं…जिनमें से कुछ पहले ही 10 अरब डॉलर के आकलन के साथ डेका-कॉर्न बन गए हैं.”
डिजिटल भुगतान तंत्र की सफलता को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया भर में वास्तविक समय (रियल टाइम) डिजिटल भुगतान में भारत की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत से अधिक है.
उन्होंने कहा कि सरकार भी किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान करने के लिए डिजिटल भुगतान तंत्र का उपयोग कर रही है. मोदी ने परोक्ष रूप से कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए
कहा कि अब किसी भी प्रधानमंत्री को यह अफसोस नहीं करना पड़ेगा कि वह एक रुपया भेजते हैं, लेकिन केवल 15 पैसे ही इच्छित लाभार्थी तक पहुंचता है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “वो कौन सा पंजा था, जो 85 पैसे घिस लेता था.”
उन्होंने संभवत: कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न की ओर इशारा करते हुए यह कहा. उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में उनकी सरकार ने प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से लाभार्थियों को 22 लाख करोड़ रुपये से अधिक भेजे हैं.