भिलाई [न्यूज़ टी 20] नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान को ना सिर्फ क्षेत्रीय शांति सुनिश्चित करनी चाहिए, बल्कि अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी के बधाई संदेश का जवाब देते हुए यह बात कही.
शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, जिससे राजनीतिक अनिश्चितता समाप्त हो गई। अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने हैं.
शरीफ ने प्रधानमंत्री चुने जाने के तुरंत बाद भारत के साथ फिर से मित्रता की पेशकश की और अपने पहले भाषण में कहा कि कश्मीर मुद्दे के समाधान से ही दोनों देश अपने यहां की गरीबी और रोजगार जैसी साझा समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.
पीएम मोदी ने सोमवार को ट्विटर पर शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी और कहा कि भारत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता चाहता है जो आतंकवाद से मुक्त हो.
‘कश्मीर सहित सभी विवादों का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी’
इसके जवाब में शरीफ ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, “बधाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद. पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगी संबंध चाहता है. जम्मू-कश्मीर सहित सभी विवादों का शांतिपूर्ण समाधान बेहद जरूरी है.”
उन्होंने आगे कहा, ‘आतंकवाद से लड़ने में पाकिस्तान का बलिदान जगजाहिर है. आइए शांति सुनिश्चित करें और अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान दें.”
अपने बधाई संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहता है जो आतंकवाद से मुक्त हो, ताकि हम अपनी विकास चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर सकें और अपने लोगों की भलाई एवं समृद्धि सुनिश्चित कर सकें.’
शहबाज शरीफ को सोमवार को सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी की अनुपस्थिति में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई.
इससे पहले, पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संसद में मतदान में भाग नहीं लेने और वॉकआउट करने की घोषणा की थी, जिसके बाद शहबाज प्रधानमंत्री पद की दौड़ में अकेले उम्मीदवार रह गये थे.
स्पीकर अयाज सादिक ने इस सत्र की अध्यक्षता की और नतीजों की घोषणा की जिसके अनुसार, “शरीफ को 174 वोट मिले और उन्हें पाकिस्तान इस्लामी गणराज्य का प्रधानमंत्री घोषित किया जाता है.”