भिलाई [न्यूज़ टी 20] ललितपुर। उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में थाने के अंदर नाबालिग से दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना सामने आई है। रेप किसी और ने नहीं बल्कि एसओ ने किया। ललितपुर में एक थाना अध्यक्ष पर रेप का आरोप लगने के बाद से थाना अध्यक्ष फरार है।
उसे सस्पेंड कर दिया गया है। थाना अध्यक्ष के अलावा 5 और लोगों को आरोपी बनाया गया है। पीड़िता 13 साल की एक बच्ची है। पीड़िता की मां की शिकायत पर सोमवार को मामला दर्ज किया गया।
बताया जा रहा है कि 22 अप्रैल को चार लड़के पीड़िता को बहला-फुसलाकर भोपाल ले गए थे, जहां उन्होंने तीन दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद 25 अप्रैल को पाली कस्बे के थाने को छोड़कर फरार हो गया।
पहले चार लोगों ने बच्ची का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया। तीन दिन बाद उसे पाली थाने लाया गया और छोड़ दिया गया। पुलिस ने उसे उसकी मौसी के हवाले किया तो मौसी उसे थाने ले आई। वहां उसके साथ फिर दुष्कर्म किया गया।
एसपी के निर्देश पर इंस्पेक्टर व मौसी समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तार नहीं हो सकी थी।
पाली थाना क्षेत्र की एक महिला ने एसपी से शिकायत की कि पाली के चार लोग उसकी नाबालिग बेटी को 22 अप्रैल को गुमराह कर भोपाल ले गए। उसने तीन दिन तक उसे रेलवे स्टेशन के पास छिपा कर रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया। 26 अप्रैल को चारों लड़की को वापस ले आए और पाली थाने को छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस लड़की को उसकी मौसी के पास ले गई। मौसी ने उसे काकड़री गांव भेज दिया, जहां बदसलूकी करने वाले युवक की बहन रहती है। 27 अप्रैल की सुबह लड़की को थाने बुलाया गया और उसका बयान दर्ज किया गया।
शाम को मौसी उसे इंस्पेक्टर के कमरे में ले गईं। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया गया। रेप के बाद पुलिस ने उसे फिर से मौसी के हवाले कर दिया। माता-पिता को जब्ती या बयान के बारे में सूचित नहीं किया गया था।
30 अप्रैल को उनकी बेटी को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया, जहां उन्होंने काउंसलिंग में पूरी घटना बताई। महिला की शिकायत पर एसपी ने मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
चंदन, राजभान, हरिशंकर, महेंद्र चौरसिया, प्रभारी निरीक्षक पाली तिलकधारी सरोज और चाची गुलाबबाई के खिलाफ अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म, साजिश आदि की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।