भिलाई [न्यूज़ टी 20] चीन ने ताइवान द्वीप के निकट करीब एक सप्ताह तक चले सैन्य अभ्यास के बाद गुरुवार को एक बार फिर ताइवान पर हमले की धमकी दी। इस बीच, ताइवान ने स्वशासी लोकतंत्र के बारे में चीन के दावों को ‘ख्याली पुलाव’ करार देते हुए खुद भी सैन्य अभ्यास शुरू किए हैं।

चीन ने कहा है कि ताइवान की आजादी का उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘स्वतंत्रता के लिए बाहरी ताकतों के साथ मिलीभगत और उकसावे में आने से ताइवान केवल अपनी तबाही को न्यौता देगा।

उसे शह देने वालों का भी जल्द खात्मा हो जाएगा।’ वांग ने संवाददाताओं से कहा, ‘ताइवान की आजादी का उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा और राष्ट्रीय हितों पर कुठाराघात करने का कोई भी प्रयास पूरी तरह विफल हो जाएगा।’

ताइवानी जनता को डराने-धमकाने का चीन का प्रयास और ताइवान द्वीप के लिए नाकेबंदी करने और संभावित हमले की रणनीति अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की पिछले हफ्ते हुई ताइपे की यात्रा का परिणाम है। अमेरिका, जापान और अन्य सहयोगी देशों ने एक बयान जारी करके चीन के  सैन्य अभ्यास की आलोचना की है।

पेलोसी की यात्रा को दुश्मनी बढ़ाने के तौर पर इस्तेमाल

ताइवान ने कहा है कि चीन ने पेलोसी की यात्रा को ताइपे के साथ दुश्मनी बढ़ाने, ताइवान जलडमरूमध्य में प्रक्षेपास्त्र दागने के तौर पर इस्तेमाल किया है। ताइवान के अनुसार, चीन ने जलडमरूमध्य के मध्य तक अपने लड़ाकू विमान और जहाज भेजे हैं, जबकि 1949 के गृहयुद्ध के दौरान बंटवारे के बाद से यह बफर क्षेत्र रहा है।

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