भिलाई [न्यूज़ टी 20] अमेरिका में टेक्सास में एक प्राथमिक स्कूल में गोलीबारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। इनमें 18 मासूम बच्चे शामिल हैं। मारे गए अधिकांश बच्चों की उम्र 7 से 10 साल के बीच बताई जा रही है। टेक्सास के गवर्नर ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा कि मंगलवार दोपहर उवाल्डे शहर में एक 18 वर्षीय युवक ने स्कूल में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। लगभग एक दशक पहले,
कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलीमेंट्री में एक बंदूकधारी ने 20 बच्चों और छह वयस्कों की हत्या कर दी थी। उस घटना के बाद से अमेरिका में यह सबसे बड़ी घटना है जहां बच्चों की मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
इस तरह की मास शूटिंग दुनिया में कहीं और होती है- बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नरसंहार के कुछ घंटे बाद राष्ट्र को संबोधित किया जहां उन्होंने नए बंदूक प्रतिबंधों का आह्वान किया।
क्वॉड सम्मेलन के बाद जापान से लौटे राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका की ‘गन लॉबी’ पर जमकर निशाना साधा। बाइडेन ने कहा, “इस तरह की मास शूटिंग दुनिया में कहीं और कम ही होती है।
क्यों? दूसरे देशों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्या है, उनके घरेलू विवाद हैं। लेकिन बार-बार इस तरह से वहां गोलीबारी नहीं होती जैसे अमेरिका में होती है। हम इस तरह की मार-काट के बीच क्यों रहना चाहते हैं?”
गन लॉबी पर भड़के जो बाइडेन
बाइडन ने कहा, “अब उन लोगों का भी समय आ गया है जो हथियार के लिए नए कानून की राह में अड़चन डाल रहे हैं। हमें आपको बताने की जरूरत है कि हम ये नहीं भूलेंगे।
हम बहुत कुछ कर सकते हैं और हमें करना होगा।” उन्होंने कहा, “एक राष्ट्र के रूप में हमें खुद से पूछना होगा, भगवान के लिए हम कब बंदूक लॉबी के सामने खड़े कब खड़े होंगे?
हम कब वो काम करेंगे जिसे करने की जरूरत है?” बिडेन ने पूछा। “हम क्यों इस नरसंहार के साथ जीने को तैयार हैं?”
बराक ओबामा बोले- सख्त कदम उठाने की जरूरत
टेक्सास में हुई गोलीबारी के बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उनका देश लकवाग्रस्त हो चुका है। उन्होंने कहा, “पूरे देश में माँ-बाप अपने बच्चों को बिस्तर पर सुलाते हैं,
कहानी और लोरियां सुनाते हैं। लेकिन उनके दिमाग में कहीं ये चिंता रहती है कि अगर कल को वो अपने बच्चे को स्कूल में, किसी दुकान या किसी भी सार्वजनिक जगह पर छोड़कर जाते हैं, तो उसके साथ क्या हो जाएगा।”
ओबामा ने सैंडी हुक हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सैंडी हुक में हमले के 10 साल बाद और बफेलो सुपरमार्केट में गोलीबारी के 10 दिन बाद- हमारा देश लकवाग्रस्त हो गया है।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि ये हमले डर के कारण नहीं हो रहे हैं, बल्कि बंदूक के पैरोकारों और एक राजनीतिक पार्टी की वजह से है जो इस तरह की त्रासदी से बचने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की इच्छुक ही नहीं है।
क्या है अमेरिका में गन कानून, क्यों नहीं लग पा रही बंदूकों पर रोक
अमेरिका में गन को लेकर एक खास कानून है जो हर नागरिक को आत्मरक्षा के लिए बंदूक रखने का अधिकार देता है। वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका में जनसंख्या से ज्यादा तो बंदूकें हैं।
-अमेरिका में कोई भी बंदूक खरीद सकता है। खरीदने के लिए कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। जैसे-
-18 साल से कम उम्र का व्यक्ति राइफल या शॉटगन नहीं ले सकता।
-मानसिक रूप से बीमार या किसी अपराध के लिए एक साल से ज्यादा सजा पा चुका शख्स बंदूक नहीं खरीद सकता।
-नागरिकों के इस्तेमाल के लिए ऑटोमैटिक हथियारों का निर्माण भी गैरकानूनी है।
अमेरिका में बंदूक को लेकर केंद्र और अलग अलग राज्यों ने अपने अपने नियम कायदे बना रखे हैं। यही वजह है कि न तो ओबामा प्रशासन और न ही बाइडेन प्रशासन अमेरिकी गन कल्चर पर रोक लगा पा रहा है।
गन कंट्रोल का समर्थन कौन करता है?
बंदूक हिंसा के मद्देनजर, व्यापक और मुखर सार्वजनिक आक्रोश के बावजूद 2020 में सख्त बंदूक कानूनों के लिए अमेरिकी समर्थन 2014 के बाद से सबसे निचले स्तर पर गिर गया।
गैलप द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में शामिल केवल 52% अमेरिकियों ने कहा कि वे सख्त बंदूक कानून चाहते हैं, जबकि 35% ने कहा कि उन्हें वही रहना चाहिए जैसा कि अभी हैं।
सर्वेक्षण में शामिल ग्यारह प्रतिशत ने कहा कि कानूनों को “कम सख्त बनाया जाना चाहिए”। यह मुद्दा अति-पक्षपातपूर्ण और अत्यंत विभाजनकारी है, जो काफी हद तक पार्टी लाइनों से जुड़ा है।
उसी गैलप अध्ययन में कहा गया है कि डेमोक्रेट सख्त बंदूक कानूनों के समर्थन में लगभग एकमत हैं। लगभग 91% सख्त बंदूक कानूनों के पक्ष में हैं। वहीं दूसरी ओर, केवल 24% रिपब्लिकन, 45% स्वतंत्र मतदाताओं इसके समर्थन में हैं।
बता दें कि मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं जबकि इनसे पहले डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी से थे।
यानी गन कल्चर को लेकर ओबामा या जो बाइडेन का हमला सीधा-सीधा रिपब्लिकन पार्टी पर था जो अमेरिकी गन कल्चर का ‘समर्थन’ करती है।
बंदूक नियंत्रण का विरोध कौन करता है?
वित्तीय संकट और आंतरिक संघर्ष के वर्षों के बावजूद, राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन (एनआरए) संयुक्त राज्य में सबसे शक्तिशाली बंदूक लॉबी बनी हुई है,
जिसमें बंदूक नीति पर कांग्रेस के सदस्यों को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त बजट है। बंदूक लॉबी पर एक बार ट्रंप ने कहा था, “मुझे नहीं लगता कि मैं उनलोगों के फिलाफ जाऊंगा। वे अच्छे लोग हैं।”