भिलाई [न्यूज़ टी 20] नोएडा. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के कारोबारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. उनके कारोबार को रफ्तार देने के लिए भारतीय रेलवे उन्हें एक बड़ी सौगात देने जा रही है.
ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) से कोलकाता और मुम्बई (Mumbai) तक उनका माल जल्दी और कम खर्च में पहुंचेगा. मालगाड़ियों पर ट्रक और टैंकर लादकर रेलवे कोलकाता (Kolkata)-मुम्बई के अलावा इस रूट के कई और शहरों तक पहुंचाएगी.
इसे रोल-ऑन-रोल-ऑफ (RORO) सर्विस कहा जाता है. गौरतलब रहे जून में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (DFCC) का वेस्टर्न कॉरिडोर शुरू होने जा रहा है.
इसके शुरू होने से कारोबारियों को चौतरफा फायदा होगा. डीजल और वक्त बचने के साथ ही टोल टैक्स (Toll Tax) भी बचेगा.
एक मालगाड़ी पर 45 ट्रक से होगी शुरुआत
डीएफसीसी से जुड़े सूत्रों की मानें तो रोरो सर्विस की शुरुआत एक मालगाड़ी पर 45 ट्रक से की जाएगी. हालांकि डबल डेकर गाड़ी आने के बाद यह संख्या बढ़ भी सकती है. कोकंण रेलवे ने भी इस तरह का प्रयास शुरु कर दिया है.
गौरतलब रहे इससे पहले दिल्ली के प्रदुषण को देखते हुए नॉर्थन रेलवे ने भी रोरो सर्विस का ट्रॉयल शुरु किया था. अब यह पहला मौका होगा जब ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर पर रोरो सर्विस शुरू करने का प्लान बन रहा है.
अगर ऐसा हुआ तो सड़कों पर कम हो जाएगी ट्रकों की संख्या
डीएफसीसी का ईस्टर्न कॉरिडोर कोलकाता तक तो वेस्टर्न कॉरिडोर मुम्बई तक जाता है. दोनों ही बड़े कारिडोर हैं. दोनों ही रूट पर कई बड़े कारोबारी शहर हैं.
अगर ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर पर सफलतापूर्वक रोरो सर्विस शुरू हो जाती है तो यह प्रदुषण के लिहाज से भी एक बड़ा कदम होगा.
रोरो के शुरू होने से सड़कों पर ट्रक और टैंकर्स की संख्या कम हो जाएगी. इससे वायु प्रदुषण भी नहीं फैलेगा. अगर ऐसा होता है तो इससे सबसे बड़ी राहत दिल्ली-एनसीआर को ही मिलेगी.
वेस्टर्न कॉरिडोर पर मंगलवार को दौड़ेगा रेल इंजन
वेस्टर्न कॉरिडोर पर रेल लाइन पर ट्रैक बिछाने काम पूरा हो चुका है. दिल्ली-एनसीआर में ग्रेटर नोएडा की 17 किमी रेल लाइन का ट्रॉयल होना है. मंगलवार को यह ट्रॉयल किया जाएगा.
डीफसीसी के अधिकारियों की मौजूदगी में एक रेल इंजन दौड़ाकर ट्रॉयल किया जाएगा. गौरतलब रहे वेस्टर्न कॉरिडोर मुंबई से दादरी तक बन रहा है. ग्रेटर नोएडा में रेलवे लाइन बोड़ाकी गांव के पास है.
यहां रेलवे स्टेशन भी है. हालांकि यह ट्रॉयल बीते साल दिसम्बर में हो जाना था. लेकिन कोराना के चलते काम बीच में रुक गया था. अब जून से इस कॉरिडोर में ट्रेन फर्राटा भरने लगेंगी.