भिलाई [न्यूज़ टी 20] श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में बुधवार को आतंकवादियों ने एक व्यक्ति को गोली मारी दी, जिससे उनकी मौत हो गई. मृतक की पहचान सतीश कुमार सिंह के रूप में हुई है.
ये कुलगाम जिले के राजपूत परिवार से था. अधिकारियों ने बताया कि सतीश कुमार को घायल अवस्था में एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. हमला कुलगाम जिले के पुम्बई में शाम 7:30 बजे हुआ.
कुलगाम और शोपियां जिलों के कुछ हिस्सों में राजपूत परिवार रहते हैं, जिन्होंने कभी जम्मू एवं कश्मीर से पलायन नहीं किया. वे लोग मुख्य रूप से सेब के व्यापार से जुड़े हैं.
आतंकियों ने लगाए कश्मीर छोड़ने के पोस्टर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हत्या के साथ आतंकियों ने दीवारों पर पोस्टर भी चिपकाएं हैं. इसमें गैर कश्मीरियों को घाटी छोड़ने या फिर मरने के लिए तैयार रहने की धमकी दी है.
एलजी मनोज सिन्हा ने की कड़ी निंदा
सुरक्षा बलों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और आस पास के इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है. जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है जो भी आतंकी इस घटना को अंजाम दिया है, उसे बख्सा नहीं जाएगा.
मनोज सिन्हा के ऑफिस से ट्वीट किया, मैं कुलगाम के आम नागरिक सतीश कुमार सिंह के उपर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. जो भी आतंकी इस कायराना हमले को अंजाम दिया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा.
दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं. दो दिन पहले सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच श्रीनगर में मुठभेड़ हो गया था जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए थे.
सूचना मिलने में सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी थी जिसपर आतंकियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. इस घटना में एक सीआरपीएफ के जवान भी शहीद हो गए.
आतंकी अब ले रहे हैं मस्जिदों में पनाह
जम्मू-कश्मीर में जब से अनुच्छेद 370 की समाप्ति हुई है तब से सुरक्षा बलों ने आतंकियों पर आक्रामक कार्रवाई शुरू कर दी. इससे बौखला कर आतंकी स्थानीय लोगों को निशाना बना रहे.
पिछले दो साल में आतंकियों ने कई पंचायत प्रतिनिधियों, कई एसपीओ के जवानों और उनके परिवारों को निशाना बनाया है. कुछ दिन पहले ही कुलगाम में एक आतंकियों के एक स्थानीय सरगना को मार गिराया गया था.
सुरक्षा बलों की भारी मुस्तैदी को देखते हुए आतंकियों को स्थानीय लोगों का अब सहारा नहीं मिल रहा है. इस कारण आतंकी अब मस्जिदों में पनाह लेने लगे हैं.
यहां छोटे-छोटे बच्चों की धार्मिक भावना के आधार पर भड़काया जा रहा है. सुरक्षा बलों आम लोगों से अपील की है कि वे आतंकियों की मदद न करें.