भिलाई [न्यूज़ टी 20] देश में पिछले महीने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद कर (एक्साइज ड्यूटी) घटने के बाद मई महीने में अप्रैल के मुकाबले गाड़ियों की बिक्री में इजाफा देखने को मिला है।
केयर रेटिंग के मुताबिक मई में बिक्री में आई 6.9 फीसदी की बढ़त उत्पाद शुल्क घटने के बाद बदले माहौल की वजह से भी देखने को मिली है। रिपोर्ट में यह भी आकलन किया गया है कि इससे आने वाले दिनों में भी बिक्री बढ़ने के आसार हैं।
साथ ही देश में सामान्य मॉनसून रहने की वजह से इस बार दिवाली तक गाड़ियों की बिक्री का माहौल बेहतर रहने के आसार हैं। मई महीने की बात की जाए तो करीब 17.28 लाख वाहन बेचे गए हैं, जो पिछले साल मई के मुकाबले 221 प्रतिशत ज्यादा है।
वहीं इस दौरान इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री में भी उछाल देखने को मिला है। पिछले साल मई की बात की जाए तो कुल गाड़ियों की बिक्री के मुकाबले इलेक्ट्रिक गाड़ियां दो फीसदी ही बिकी थीं,
लेकिन इस साल मई 2022 में ये आंकड़ा दोगुना बढ़कर चार फीसदी पर पहुंच गया है। जानकारों की राय में इन सब का असर ऑटोमोबाइल क्षेत्र में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार में बढ़त के तौर पर देखा जा सकता है।
छोटे शहरों में ज्यादा मिलेंगे अवसर
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने हिन्दुस्तान को बताया है कि कई कार कंपनियों की तरफ से डीलरशिप पर नए मॉडल की मार्केटिंग और सेल्स के लिए कर्मचारी रखा जाना शुरू हो गया है।
उन्होंने अनुमान जताया है कि इस दिवाली तक कम से कम 20 फीसदी नई भर्ती डीलरशिप में देखने को मिल सकती है।
छोटे शहरों में कारों की बिक्री बढ़ी
ग्लोबल हंट के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील गोयल के मुताबिक ऑटो सेक्टर के लिए आने वाले महीनों में नौकरी के लिहाज से अच्छे संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह नौकरियां इलेक्ट्रिक गाड़ियों के क्षेत्र में ज्यादा रहेंगी।
पिछले कुछ सालों से वर्क फ्रॉम होम बढ़ने की वजह से बड़े शहरों के मुकाबले छोटे शहरों में कारों की बिक्री बढ़ी हैं, लिहाजा टियर 2 और टियर 3 शहरों में नौकरियों के ज्यादा मौके होंगे।