भिलाई [न्यूज़ टी 20] नई दिल्ली. फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit) में निवेश हमेशा से सुरक्षित माना जाता रहा है. निश्चित रिटर्न की गांरटी की वजह से निवेशकों के लिए यह पसंदीदा निवेश का साधन रहा है.
मगर महामारी की वजह से पिछले दो साल से एफडी (FD) पर बैंक कम ब्याज ऑफर कर रहे थे. अर्थव्यवस्था में सुधार और कर्ज की मांग बढ़ने की वजह से इस साल जनवरी से ही एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हो गया था.
इसके बाद इसी महीने रिजर्व बैंक ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए दो साल बाद रेपो रेट और सीआरआर (नकद आरक्षित अनुपात) में बढ़ोतरी का फैसला किया. सीआरआर में आधा फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. इससे एक ही झटके में बैंकिंग सिस्टम से 87,000 करोड़ रुपये कम हो गए.