भिलाई [न्यूज़ टी 20] सुकमा / आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा की अध्यक्षता में आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिले में संचालित विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आहूत की गई।

मंत्री लखमा ने कोण्टा क्षेत्र में आयी बाढ़ के दौरान लोगों को जल्द राहत पहुंचाने और हर संभव सहयोग प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों और पुलिस विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोण्टा में आयी बाढ़ भीषण थी।

आप सभी के तत्परता के फलस्वरूप स्थानीय निवासियों को समय पर मदद मिली और कोई हताहत नहीं हुये। उन्होंने कहा कि कोण्टा में हुये क्षति का आंकलन पश्चात मुआवजा राशि हितग्राहियों के बैंक खाते में ट्रांसफर करे।
बीते दिनों सुकमा, छिन्दगढ़, दोरनापाल में भी बाढ़ की स्थिति निर्मित हुए थी।

जिसमें छिन्दगढ़ ब्लाक के कुद गांव के ग्रामीणों को आंशिक या पूर्ण मकान क्षति हुई है इसका तत्काल आकलन करवाकर आर्थिक सहायता प्रदान करें। उन्होंने कलेक्टर हरिस एस. को जमीनी स्तर के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को फिल्ड में रहने हेतु निर्देशित करने को कहा।

ताकि किसी भी प्रकार की क्षति का आकलन जल्द से जल्द किया जा सके। इसके साथ ही छिन्दगढ़ ब्लॉक में क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलिया का शीघ्र मरम्मत करवाने निर्देशित किया।

रेगड़गट्टा में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता को प्राथमिकता

मंत्री लखमा ने कहा कि ग्राम रेगड़गट्टा में सड़क, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य आदि की उपलब्धता पर प्राथमिकता से कार्य करें। उन्होंने रेगड़गट्टा में सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। इसके साथ ही गांव में विद्युतीकरण का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि रेगड़गट्टा के निवासियों में व्यवहार परिवर्तन आवश्यक है, इसके लिए सभी विभाग मिलजुल कर प्रयास करें। उन्होंने गांव में सतत् रुप से स्वास्थ्य शिविर संचालन करने को कहा। बैठक में उन्होंने जिले में संचालित विभिन्न विभागों के द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी ली।

इस दौरान उन्होंने जिले में खाद-बीज, वर्मी खाद भण्डारण एवं उठाव का संज्ञान लिया। जिले में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, धान के बदले अन्य फसल की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय अधिकारी, जनप्रतिनिधियों को ग्रामीणों के मध्य कोदो, कुटकी की फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने कहा।

इसके साथ ही छिन्दगढ़ ब्लॉक में सरपंच, सचिव, जनपद सदस्य की बैठक लेकर रागी की फसल लगाने हेतु कृषकों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग अन्तर्गत व्यक्ति मूलक योजनाओं की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि पशु वितरण योजना का असल लाभ का आकलन करने के लिए इसकी मानीटरिंग भी आवश्यक है।

उन्होंने कुपोषण को मात देने के लिए आंगनबाड़ी में अण्डा प्रदान किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि जिले में अण्डा उत्पादन के लिए बड़ी योजना स्थापित करें। इसके साथ ही पशु पालन विभाग के अधिकारियों को पशु रोग Lumpy Diseas के प्रति सतर्क एवं सजग रहने के निर्देश दिए।

जिले में नवीन स्कूल, आश्रम, छात्रावास, आंगनबाड़ी केन्द्र, अस्पताल भवन निर्माण आदि की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में बच्चों को दस्त, उल्टी, डायरिया, मलेरिया आदि का खतरा अधिक होता है।

इसलिए आश्रम, छात्रावासों तथा स्कूलों में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के साथ ही बच्चों के खानपान का विशेष ध्यान रखने को कहा है। उन्होंने कहा है कि स्कूलों में बच्चों की दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षकों की व्यवस्था करें।

डीएमएफ अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की समीक्षा

बैठक में उद्योग मंत्री लखमा ने गत वर्ष में डीएमएफ अंतर्गत स्वीकृत कार्यों का संज्ञान लिया। कलेक्टर ने बताया कि पिछले वर्षों में स्वीकृत कार्यों में अधिकतर पूर्ण कर लिए गए हैं, शेष प्रगतिरत है। जिन्हें जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके साथ ही वर्ष 2022-23 में कार्य हेतु डीएमएफ से स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार करने पर चर्चा हुई।

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