
रायपुर। राजधानी के नगर निगम जोन क्रमांक-05 में भ्रष्टाचार की जड़ें और गहरी होती जा रही हैं। जनसेवा के नाम पर आम नागरिकों से जबरदस्त अवैध वसूली की जा रही है, और उन्हें धोखे में रखकर मामूली रकम की सरकारी रसीद थमा दी जा रही है।
मामला चंगोराभाठा वार्ड का, महिला से ली गई 35 से 40 हजार की राशि
भक्त माता कर्मा वार्ड क्रमांक 67, चंगोराभाठा निवासी मीनू दुबे ने मई 2023 में अपने घर पर नया नल कनेक्शन लगाने के लिए आवेदन किया था। इसके बाद जल विभाग के ठेकेदार संजय साहू ने उनसे ₹20,000 की मांग की। फिर नल फिटिंग और अन्य सामान के नाम पर अतिरिक्त राशि वसूली गई।
👉 कुल मिलाकर महिला से ₹35,000 से ₹40,000 वसूल लिए गए, जबकि रसीद केवल ₹5600 की दी गई।

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई, अब दी जा रही धमकी
मीनू दुबे ने “सुशासन तिहार” के दौरान लिखित शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। उल्टे ठेकेदार संजय साहू ने नल उखाड़ने की धमकी दी है और खुलेआम कह रहा है –
“जहां शिकायत करना है करो, मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा।”
क्या यही है ‘सबका साथ, सबका विकास’?
स्थानीय नागरिकों ने सवाल उठाए हैं –
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क्या यही है भाजपा का सुशासन मॉडल?
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आम जनता को लूटने वाले ठेकेदारों को संरक्षण क्यों मिल रहा है?
जनता की मांग: ठेकेदार और अधिकारियों पर हो सख्त कार्रवाई
इस मामले में लोगों की मांग है कि –
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ठेकेदार संजय साहू का ठेका तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
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उसे संरक्षण देने वाले जोन आयुक्त एवं जल विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर विभागीय व कानूनी कार्रवाई हो।
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पीड़िता मीनू दुबे से वसूली गई राशि तुरंत वापस की जाए।
जोन 5 में पहले भी सामने आए हैं ऐसे घोटाले
यह मामला कोई अपवाद नहीं है। जोन 5 में इससे पहले भी जल आपूर्ति, सफाई और निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें आई हैं। लचर निगरानी और राजनीतिक संरक्षण के चलते अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
नगर निगम मुख्यालय ने इस गंभीर मुद्दे पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
