लोकसभा में बढ़ा हंगामा: वंदे मातरम् बहस के दौरान राजनाथ सिंह की सख्त चेतावनी
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर विशेष चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरा, वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पूरे दमदार अंदाज में उतरे और विपक्ष को कड़ी फटकार लगाई।
अपने भाषण के बीच जब एक विपक्षी सदस्य ने उन्हें टोका, तो राजनाथ सिंह खुलकर नाराज हो गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
क्या हुआ लोकसभा में? (Hindi Subtitle)
जब राजनाथ सिंह वंदे मातरम् पर अपनी बात रख रहे थे, तभी विपक्ष की ओर से किसी सांसद ने बीच में कमेंट किया। इस पर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा—
“कौन बैठाएगा? क्या बात करते हो? चुप रहो!”
PTI के अनुसार, उन्होंने आगे कहा—
“संसद में कोई सत्य बोले या सत्य से परे—लेकिन शोर-शराबा नहीं होना चाहिए। जवाब देने का मौका बाद में मिलता है, यही संसदीय मर्यादा है।”
वंदे मातरम् के साथ नाइंसाफ़ी – राजनाथ सिंह का बड़ा बयान
राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् के 150 वर्षों की यात्रा का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि:
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वंदे मातरम् के साथ नाइंसाफ़ी कांग्रेस सरकारों द्वारा की गई।
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तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से इस गीत को उसका उचित दर्जा नहीं मिला।
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आज़ादी के बाद भी इस गीत को मुख्यधारा से दूर रखा गया।
उन्होंने कहा—
“हम वंदे मातरम् और जन गण मन दोनों का सम्मान करते हैं। दोनों में दीवार खड़ी करने का नैरेटिव गलत है।”
“वंदे मातरम् को खंडित किया गया”—सिंह का तगड़ा आरोप
राजनाथ सिंह ने बताया कि जिस धरती पर वंदे मातरम् लिखा गया, उसी धरती पर 1937 में कांग्रेस ने इस गीत को काट-छाँट कर खंडित किया।
वे बोले—
“वंदे मातरम् को ‘एक्स्ट्रा’ की तरह ट्रीट किया गया, जबकि जन गण मन को राष्ट्रीय प्रतीक बना दिया गया। यह सिर्फ एक गीत के साथ नहीं, बल्कि भारत की भावनाओं के साथ अन्याय था।”