Narendra Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में लौटने पर ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और समान नागरिक संहिता जैसी योजनाएं लागू करने का संकेत देते हुए कहा कि उनकी सरकार भारतीय जनता पार्टी (BJP) के चुनाव घोषणापत्र में किए वादों को पूरा करती है.
मोदी ने एक साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने अपने अगले कार्यकाल के लिए 100-दिवसीय योजना में 25 दिन और जोड़े हैं ताकि देश के युवाओं से सुझाव मांगें जा सके कि वे सत्ता में वापसी के तुरंत बाद सरकार से क्या उम्मीद करते हैं.
लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले मोदी ने सभी मंत्रालयों से अगली सरकार के लिए परियोजनाओं के क्रियान्वयन के वास्ते 100-दिवसीय योजना तैयार करने को कहा था. उन्होंने कहा, अब मैंने इस योजना में 25 और दिन जोड़ें हैं जिस दौरान मैं भारत की युवा शक्ति की राय लूंगा. सत्ता में लौटने के बाद वे हमसे सबसे पहले क्या करने की उम्मीद करते हैं? मैं उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने और वे किस तरह से देश का विकास चाहते हैं, इसके लिए ही यहां हूं.
यह पूछे जाने पर कि क्या एक राष्ट्र, एक चुनाव और समान नागरिक संहिता पर एक केंद्रीय कानून 100-दिवसीय इस कवायद का हिस्सा होगा, इस पर मोदी ने कहा कि ये लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के घोषणापत्र का हिस्सा हैं और एक चीज आप मानेंगे कि हम अपने घोषणापत्र में किए वादों को पूरा करते हैं.
मोदी ने कहा, अगर आपने मुझ पर और मेरे कामकाज की शैली पर गौर किया है तो आपको पता होगा कि यह पहली बार नहीं है कि मैं नई सरकार के पहले 100 दिन की दूरदृष्टि के साथ चुनावी मुकाबले में उतरा हूं. मैं तब से यह करता रहा हूं जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था.
साथ ही उन्होंने कहा कि उनके दिमाग में 2014 और 2019 में भी एक योजना थी और सरकार बनने के बाद ही काम शुरू हो गया था. उन्होंने कहा, 2019 में हमारी सरकार के पहले 100 दिन में अनुच्छेद 370 निरस्त करने और तीन तलाक के खिलाफ कानून पारित करने जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए गए.
प्रधानमंत्री ने कहा, इसी तरह इस बार भी हमने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों के लिए योजना बनानी शुरू कर दी है. चार जून के बाद शुरू होने वाली योजना के तहत समय पर और प्रभावी फैसले सुनिश्चित किए जाएंगे.
मोदी ने कहा, हम बिल्कुल भी वक्त बर्बाद नहीं करेंगे और सीधे काम शुरू करेंगे. हमारी सरकार इसी गति से काम करती है. हमने हमेशा आगे की सोचकर और रणनीति बनाकर काम करने में यकीन किया है.