मानव हड्डियां कई परतों और घटकों से बनी होती हैं. हर एक का विशिष्ट कार्य होता है. हमने बाहर से तो हड्डियों को देखा है, लेकिन हड्डियों के अंदर क्या भरा होता है, जिससे वह इतनी मजबूत होती हैं? कहीं दर्द की वजह ये संरचना तो नहीं. सोशल मीडिया पर @Rainmaker1973 अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की गई है, जिसमें इसके बारे में विस्तार से बताया गया है.
पोस्ट के मुताबिक, हड्डी की सबसे बाहरी परत को पेरीओस्टेम ( periosteum) कहा जाता है. यह परत सख्त, रेशेदार झिल्ली है, जो पूरी हड्डी को ढक लेती है. सिर्फ उन जगहों पर यह झिल्ली नहीं होती, जहां यह अन्य हड्डियों से जुड़ती है. इसमें रक्त वाहिकाएं, तंत्रिकाएं और लसीका वाहिकाएं होती हैं जो हड्डी के ऊतकों को पोषक तत्व प्रदान करती हैं. पेरीओस्टेम के नीचे कॉम्पैक्ट हड्डी होती है. यह हड्डी की कठोर, घनी बाहरी परत होती है. यह परत हड्डी को मजबूती और सुरक्षा प्रदान करती है. कॉम्पैक्ट हड्डी कैल्शियम और कोलेजन फाइबर के एक मैट्रिक्स से बनी होती है. यह हैवेरियन प्रणाली में गुथी होती हैं. छोटी-छोटी और बेलनाकार. इनमें भी रक्त वाहिकाएं और तंत्रिकाएंं होती हैं.
बाहरी परत के अंदर स्पंजी या मुलायम हड्डियां
हड्डी की इस ठोस बाहरी परत के अंदर स्पंजी या मुलायम हड्डियां होती हैं. वायरल हो रही इस तस्वीर में भी आप इसे देख सकते हैं. पतले-पतले टुकड़ों से मिलकर यह जाली जैसा नेटवर्क बनाती है, जिसे ट्रैबेकुले कहा जाता है. यह इस तरह गुंथी होती हैं कि ज्यादा से ज्यादा वजन उठा सकें. ज्यादा ताकतवर नजर आएं. स्पंजी हड्डी मुख्य रूप से लंबी हड्डियों के सिरों में पाई जाती हैं, जैसे फीमर (जांघ की हड्डी) और ह्यूमरस (ऊपरी बांह की हड्डी), और रीढ़ की हड्डी में.
हड्डी के बिल्कुल केंद्र में अस्थि मज्जा
हड्डी के बिल्कुल केंद्र में अस्थि मज्जा होता है. यह एक नरम, स्पंजी ऊतक होता है, जो रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है. यही फैट का भंडारण करता है. अस्थि मज्जा भी दो प्रकार की होती है. पहली लाल मज्जा, जो लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स का उत्पादन करती है. दूसरी पीली मज्जा, जो मुख्य रूप से वसा का भंडारण करती है. एक्सपर्ट के मुताबिक, जब भी इनमें कोई खिंंचाव होता है तो आपको दर्द महसूस होता है. अगर इनमें ब्लड सर्कुलेशन प्रॉपर तरीके से होता रहे तो दिक्कत नहीं आती.