
यदि आप अपने लिवर और किडनी की सेहत को दुरुस्त रखना चाहते हैं तो एक हरी सब्जी आपकी मदद कर सकती है। हम बात कर रहे हैं तोरई (Ridge Gourd) की, जिसे आयुर्वेद में नेचुरल सुपरफूड माना गया है।
विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर तोरई ना सिर्फ डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करती है, बल्कि वेट लॉस, ब्लड शुगर कंट्रोल और गट हेल्थ में भी फायदेमंद साबित हो सकती है।
लिवर और किडनी को डिटॉक्स करने में सहायक
तोरई में मौजूद डिटॉक्सिफाइंग एजेंट्स लिवर और किडनी को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।

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यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है
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तोरई का जूस किडनी स्टोन से बचाव कर सकता है
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नियमित सेवन से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है
वज़न घटाने और मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में कारगर
अगर आप अपनी वेट लॉस जर्नी शुरू कर रहे हैं तो तोरई को अपने आहार में जरूर शामिल करें।
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मेटाबॉलिज्म बूस्ट करती है
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शरीर में जमा फैट को जलाने में मदद करती है
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कम कैलोरी और हाई फाइबर वाला भोजन होने से यह पेट भरता है लेकिन वजन नहीं बढ़ा
ब्लड शुगर लेवल को करे कंट्रोल
डायबिटीज से परेशान लोग भी तोरई को अपनी थाली में शामिल कर सकते हैं।
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ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद
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इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ा सकती है
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नेचुरल एंटी-डायबेटिक फूड के रूप में कार्य करती है
पेट के लिए रामबाण – गट हेल्थ में सुधार
दादी-नानी के ज़माने से ही तोरई को पाचन के लिए वरदान माना गया है।
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कब्ज, गैस, एसिडिटी से राहत
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पाचन क्रिया दुरुस्त रखती है
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गट माइक्रोबायोम को हेल्दी बनाए रखने में मदद करती है
