बलरामपुर: बलरामपुर-रामनुजगंज जिले के कोतवाली थाने में गुरुवार रात तनावपूर्ण स्थिति बन गई। पुलिस कस्टडी में युवक की आत्महत्या से गुस्साए लोगों ने थाने पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। युवक की मौत के बाद लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था, जिसके कारण थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है।
आत्महत्या का मामला और बवाल की शुरुआत
मृतक युवक की पहचान गुरुचरण मंडल (30) के रूप में हुई, जो संतोषीनगर का निवासी था और एनएचएम कार्यालय में प्यून के पद पर कार्यरत था। पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर उसने थाने के बाथरूम में गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद स्थानीय लोगों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में गहरी नाराजगी फैल गई। लोग बड़ी संख्या में थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और आक्रोशित भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ करते हुए पथराव भी किया।
पत्नी की गुमशुदगी से जुड़ा मामला
जानकारी के अनुसार, गुरुचरण मंडल की पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर से लापता हैं। रीना गुरुचरण की दूसरी पत्नी थी, जबकि उसकी पहली पत्नी ने उसे छोड़ दिया था। लोगों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में गुरुचरण को संदिग्ध मानते हुए बार-बार पूछताछ के लिए बुला रही थी, जिससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली।
पुलिस की कार्यवाही और स्थिति का सामना
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इस घटना के बाद रातभर थाने के सामने भारी पुलिस बल तैनात रहा।
पोस्टमार्टम और सुरक्षा व्यवस्था
मृतक गुरुचरण मंडल के शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को किया जाएगा। गुरुवार को भीड़ के आक्रोश को देखते हुए शव को मरच्यूरी में सुरक्षित रखा गया और मरच्यूरी पर भी पुलिस तैनात की गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा जाएगा, और अंतिम संस्कार स्थल पर भी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।