अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में 6 साल के बच्चे का घर के सामने से अपहरण कर हत्या कर दी गयी। बच्चा घर से खेलने निकला था, जिसके बाद वापस ही नही लौटा। जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। हत्या करने वाला आरोपी बच्चे का चाचा है, जिसने दुश्मनी के चलते घर के सामने से बच्चे का अपहरण कर फिर हत्या कर दी और शव को खेत मे दफना दिया। मामला धौरपुर थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार धौरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चंगोरी निवासी किसान जयपाल का 6 वर्षीय बेटा अश्वनी शासकीय प्राथमिक शाला में कक्षा पहलीं का छात्र है। वह शुक्रवार को स्कूल से वापस लौटने के बाद खेलने के लिए घर से निकला था। पर जब शाम तक वापस नही आया तो घरवालों समेत अन्य परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की पर उसका कही भी पता नही चला। परिजन व गांव वाले रात भर गांव के अलावा आस पास के गांवों में भी बच्चे को तलाशते रहे पर कही कुछ पता नही जला। शनिवार को गांव के बाहर एक खेत मे ताजी खुदी मिट्टी दिखाई दी।
गांव वालों ने जब वहां थोड़ी खुदाई कर मिट्टी हटाई तो एक बच्चे का पांव बाहर दिखाई दिया। गांव वालो ने तत्काल इसकी सूचना धौरपुर थाना पुलिस को दी। सूचना पर धौरपुर थाना पुलिस के साथ ही एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला धौरपुर तहसीलदार को लेकर गांव पहुँचे। तहसीलदार की मौजूदगी में मिट्टी की खुदाई करवाने पर बच्चे की लाश बाहर निकली।
मामलें की जानकारी लगते ही एसपी भावना गुप्ता ने आईजी रामगोपाल गर्ग से मार्गदर्शन प्राप्त कर धौरपुर पुलिस व अन्य अफसरों व जवानों की एक संयुक्त विशेष टीम मामले को सुलझा आरोपी की गिरफ्तारी हेतु बनाई। टीम ने गांव में पूछताछ कर व मुखबिरों से जानकारी जुटाई। संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया गया व तकनीकी जांच कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया।
इसी बीच मुखबिर की सूचना पर चंगोरी गांव के ही लोहरपारा निवासी बच्चे के चचेरे चाचा 20 वर्षीय अशोक कुमार को हिरासत में लिया। बच्चे के परिजनों ने भी इस पर संदेह जताया था। परिजनों के मुताबिक पारिवारिक विवाद में आये दिन अशोक पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता रहता था। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पहले तो वह मुकरता रहा पर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपहरण व हत्या का अपराध करना स्वीकार कर लिया।
उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि घर के सामने खेलते बच्चे अश्वनी पर उसकी नजर पड़ी। जिसे वह बहला फुसला कर घर से दूर ले गया और गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसने ऐसी जगह चुनी जहां गांव वालों का ज्यादा आना जाना नही था। मामले का खुलसा करते हुए एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि “वीडियोग्राफी करवाते हुए फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी में खुदाई कर बच्चे का शव बरामद किया गया, ये वही बच्चा था जो शुक्रवार से गायब था।
आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।” कबूलनामे के बाद पुलिस ने उस पर अपहरण, साक्ष्य छुपाने व हत्या का मामला दर्ज कर उसे आज रविवार को न्यायिक रिमांड में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। 24 घण्टे के अंदर ही मामला सुलझाने वाली पुलिस टीम के लिए आईजी रामगोपाल गर्ग ने प्रशंसा पत्र व नगद ईनाम की घोषणा की है।