रायपुर। राजधानी रायपुर में गैंग रेप का मामला सामने आया है. बीती रात रक्षाबंधन पर्व मनाकर एक युवक के साथ दो युवतियां घर लौट रही थी. तभी रिम्स कॉलेज के पास दरिंदो के झुंड ने रास्ता रोका और पहले युवक की पिटाई की. उसके बाद सुनसान सड़क पर दरिंदों ने दोनों सगी बहनों के साथ गैंग रेप किया.
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और वारदात को अंजाम देने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गैंग रेप का मुख्य आरोपी भाजपा मंडल उपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण सिंह का बेटा है. जिसके खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं. यह पूरा मामला मंदिर हसौद थाना क्षेत्र का है.
जानकारी के अनुसार, मंदिर हसौद थाना में रात 1 बजे प्रार्थिया ने रिपोर्ट दर्ज कराया की वह एक लड़के और छोटी बहन के साथ राखी त्यौहार मनाकर स्कूटी में सवार होकर भानसोज के रास्ते वापस रायपुर आ रही थी. एक मोटर सायकल में तीन लोग सवार थे, उन लोगों ने हाथ देकर इन लोगो को रोक लिया. डरा धमका कर प्रार्थी पक्ष के पास रखे मोबाइल और पैसे को लूट लिया. फिर पीछे से क़रीब चार मोटर सायकल में और लड़के आ गये. प्रार्थिया एवं उसकी बहन को जान से मारने की धमकी देकर एक मोटरसायकल में बिठाकर सड़क से कुछ दूर ले जाकर लड़कों ने उनके साथ दुष्कर्म किया.
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने एडिशनल एसपी नीरज चन्द्राकर, चंचल तिवारी, डीएसपी अविनाश मिश्रा, दिनेश सिन्हा ललिता मेहर और जिले के करीब 6 थानेदारों को तुरन्त घटनास्थल जाकर आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश जारी कर रात में ही स्वयं भी मंदिर हसौद थाना पहुंचे. प्रार्थी पक्ष से बात कर घटना की जानकारी ली.आरोपी अज्ञात थे लेकिन प्रार्थिया के बताये अनुसार हुलिये और अन्य जानकारी के आधार पर पुलिस की मल्टीपल टीम्स टीम ने रात को रेलवे स्टेशन और अन्य अलग-अलग जगहों से 10 आरोपियों को हिरासत लिया है.
आरोपियों के नाम
1 पूनम ठाकुर 2. घनश्याम निषाद 3. लव तिवारी 4. नयन साहू 5. केवल वर्मा उर्फ़ सोनू 6. देवचरण धीवर 7. लक्ष्मी ध्रुव 8. प्रहलाद साहू. इनमें से 5 आरोपी पिपरहट्टा गांव के हैं और शेष आरोपी बोरा, उमरिया और टेकारी गांव के हैं.
मुख्य आरोपी पूनम ठाकुर आदतन अपराधी है. इसके विरुद्ध थाना मंदिर हसौद और आरंग में कुल 5 मामले पंजीबद्ध है. वर्ष 2019 मे हत्या के मामले में रायपुर पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेजा था. वर्ष 2022 में बलात्कार के मामले में रायपुर पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेजा था जो 17 अगस्त 2023 को जमानत पर रिहा हुवा है. जेल से छूटने के कुछ ही दिन के अंदर फिर से घिनौना कृत्य किया है. उपरोक्त आरोपियों से लूटा गया मोबाइल भी जप्त किया गया है. पूछताछ जारी है.