
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित महोरा एनीकेट में रविवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। आठ दोस्तों का एक समूह नहाने के लिए गया था, लेकिन मस्ती के इस पल में दो नाबालिग छात्र—अविनाश देवांगन और एक अन्य किशोर—पानी के तेज बहाव में बह गए।
रेस्क्यू ऑपरेशन: 18 घंटे की मशक्कत के बाद निकाला गया शव
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और DDRF (District Disaster Response Force) की टीम मौके पर पहुंची। करीब 18 घंटे की सर्चिंग के बाद अविनाश का शव बरामद किया गया, जबकि दूसरे छात्र की तलाश अब भी जारी है।

तेज बहाव और कीचड़ बना चुनौती
रेस्क्यू टीम के अनुसार, पानी का तेज बहाव और तलहटी में जमी कीचड़ के कारण ऑपरेशन में भारी दिक्कतें आ रही हैं। फिर भी DDRF की टीम लगातार प्रयास कर रही है।
स्थानीय जनता की मांग: सुरक्षा उपाय किए जाएं अनिवार्य
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बच्चे जैसे ही एनीकेट में उतरे, दो गहरे पानी में चले गए। बाकी साथियों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को बुलाया और फिर प्रशासन को सूचित किया गया।
स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की है कि:
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खतरनाक जल स्रोतों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं
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सुरक्षा घेराबंदी की जाए
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बच्चों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में अभियान चलाया जाए
प्रशासन करेगा जांच, दोषियों पर होगी कार्रवाई
सूरजपुर पुलिस ने कहा है कि घटना की गहन जांच की जाएगी। यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा चेतावनी है, लापरवाही नहीं
इस दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों की दुनिया उजाड़ दी है और पूरे क्षेत्र को सतर्क होने का संदेश दिया है। जल स्रोतों के आसपास सावधानी और सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य है।
