रायपुर। आनलाइन गेमिंग के चक्कर में परिवार टूटने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हिंसा, प्रताड़ना, विवाद आदि से युवतियों और महिलाओं को बचाने के लिए बनाए गए सखी सेंटर में अब इस तरह की शिकायतें भी पहुंचने लगी हैं। यहां एक डाक्टर का मामला आया है। उनकी पत्नी पति की आनलाइन गेमिंग की आदत से तंग आकर मायके चली गईं। डाक्टर इसमें लगभग चार लाख रुपये गंवा चुके हैं। डाक्टर चाहते हैं कि पत्नी घर लौट आए, वहीं पत्नी ने सखी सेंटर में स्पष्ट कह दिया है कि पति जब तक आनलाइन गेमिंग की लत नहीं छोड़ेंगे, वे घर नहीं लौटेंगी। इस तरह के कई और मामले सखी सेंटर में पहुंचे हुए हैं।
हर माह 60 से 70 केस आते हैं सामने
सखी सेंटर की काउंसर प्रीति पांडेय ने बताया कि सबसे ज्यादा मामला घरेलू हिंसा, साइबर अपराध, संपत्ति विवाद, धोखाधड़ी, छेड़छाड़, प्रेम-प्रसंग, नशे की हालत जैसे आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हर माह 60 से 70 केस सामने आते हैं। अभी 16 जुलाई, 2015 से 30 सितंबर, 2023 तक कुल 25 समस्याओं में 6,923 केस आए हैं।
इनमें 6,143 मामलों का समाधान हुआ है और 780 केस लंबित हैं। उन्होंने बताया कि हमारा पूरा प्रयास रहता है कि हर मामला शांति से निपटे। इस दिशा में भी सफल भी हो रहे हैं। सेंटर में रायपुर के अलावा अन्य शहर हो गांव से भी मामले आते हैं।
गुढ़ियारी क्षेत्र में बहू ने खुद गलती करके मिट्टी तेल छिड़कर आत्महत्या की कोशिश की। मामला इस तरह है कि बहू किसी और से फोन पर बात करती थी। इससे उसका पति घर में किसी से बात नहीं करता था। तब उसकी मां को लगा कि बेटे को अचानक क्या हो गया है। उसके बाद मां ने अपनी बहू को समझाने की कोशिश की, लेकिन बहू नहीं मानी। उल्टा बहू परिवार के सदस्यों को धमकी देते हुए मिट्टी तेल डालकर खुद को जलाने का प्रयास किया, जिससे परिवार के सभी सदस्य डर गए। इसके बाद सखी सेंटर में मां और बेटा ने संपर्क किया। तुरंत सखी सेंटर के काउंसलरों ने सभी को समझाया। काउंसिलिंग तीन बार हुई है। जहां बहू मान गई।
भाठागांव इलाके में एक अजीब केस सामने आया है। पत्नी के खाना न बनाने का विवाद इतना बढ़ा कि वह सखी सेंटर तक पहुंच गया। खाना बनाने से नाराज पत्नी ने अपने मायके चली गई। पति ने अपनी पत्नी को बार-बार समझाया, लेकिन वह नहीं मानी। अंत में पति ने अपनी मां के साथ सखी सेंटर का दरवाजा खटकाया। फिर चार बार भी काउंसिलिंग में नाराज पत्नी ससुराल जाने के लिए तैयार हुई।