भारतीय रेल यात्रियों के लिए यह खबर अहम हो सकती है। रेलवे ने बुधवार को 276 ट्रेनों को पूरी तरह कैंसल कर दिया है। इसके अलावा 30 से ज्यादा ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द हैं। 41 ट्रेनों के समय में बदलाव भी किया गया है। साथ ही 8 ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं। खास बात है कि देश के कई हिस्से घने कोहरे का सामना कर रहे हैं।
10 जनवरी यानी मंगलवार को को शुरू होने वाली ट्रेनों में से 277 कैंसल हो गई थीं। इसके अलावा 35 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया था। साथ ही 17 ट्रेन ऐसी हैं, जिनका मार्ग परिवर्तन किया गया था। कई रेलगाड़ियों के देरी से भी चलने की खबर है।
कोहरा रहेगा बरकरार
कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहे उत्तर भारत के लोगों के लिए राहत की खबर है। अगले चार दिनों तक राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत में शीत लहर की स्थिति की संभावना नहीं है। हालांकि अगले चौबीस घंटों के दौरान इन क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहेगा। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस सप्ताह के आखिर तक घाटी एक और पश्चिमी विक्षोभ की चपेट में आ सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के ताजा बुलेटिन के अनुसार, ‘उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों से शीत लहर की स्थिति कम हो गई है और अगले चार दिनों के दौरान उत्तर भारत में शीत लहर की स्थिति की संभावना नहीं है।’ आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि जब एक पश्चिमी विक्षोभ (मध्य पूर्व से आने वाली गर्म नम हवाओं वाली एक मौसम प्रणाली) एक क्षेत्र में पहुंचता है, तो हवा की दिशा बदल जाती है। इसलिए, पहाड़ों से उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएं कुछ दिनों के लिए बहना बंद कर देंगी, जिससे तापमान में वृद्धि होगी।
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है, जबकि अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक जाने की संभावना है। उसने कहा अगले चौबीस घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा और ठंड की स्थिति बनी रहेगी। आईएमडी ने कहा कि हालांकि इसके बाद इस स्थिति में सुधार की संभावना है।
आईएमडी ने असम, मेघालय और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान घना कोहरा जारी रहने की संभावना जताई है। उसने कहा है कि पूर्वी भारत में अगले चौबीस घंटों में न्यूनतम तापमान में कोई खास गिरावट नहीं होने वाली है। उसके मुताबिक बिहार, मध्य महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थित फिलहाल बनी रहेगी।