रायपुर। चुनावी आचार संहिता लगते ही रायपुर में ट्रैफिक पुलिस एक्शन मोड में आ गयी है। सड़कों पर सफेद वर्दी पहने ट्रैफिक के जवान खुद बुलेट गाड़ियों को रोककर, उसमें खुद सवार होकर मॉडिफाई साइलेंसर की चेकिंग कर रहे हैं। इसके अलावा पुलिस के आला अफसरों के निर्देश पर सड़कों पर काली फिल्म लगाकर दौड़ रही गाड़ियों से इसे उतरवाया जा रहा है।
रायपुर ट्रैफिक पुलिस का ये स्पेशल चेकिंग अभियान एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर ASP ट्रैफिक सचिन्द्र चौबे के सुपरविजन में किया जा रहा है। जिसमें उन नेताओं की गाड़ियां भी रडार पर है जिन्होंने अपने गाड़ी के सामने बड़े-बड़े नेम प्लेट लगवा कर रखा है। ये कार्रवाई चुनावी आचार संहिता की वजह से जारी है।
इस चेकिंग अभियान में बीते 24 घंटो में 22 गाड़ियों से नेम प्लेट पट्टी हटाए गए हैं। तो वहीं 58 वाहन चालकों पर नशे की हालत में गाड़ी चलाने के तहत कार्यवाही की गई है। इन नशेबाज ड्राइवर में कई ऐसे भी रहे जो ट्रैफिक पुलिस के जवानों से लगातार उलझते मिले। उन्होंने फोन पर अपनी पहुंच भी दिखाने की कोसिस की। लेकिन इसके बावजूद भी ऐसे लोगों पर पुलिस ने सख्ती से कार्यवाई की।
रायपुर में मोडीफाई साइलेंसर लगवाकर बुलेट गाड़ी से कान फोड़ू आवाज निकालना यूथ के बीच ट्रेंड में है। वे सड़कों पर अपनी मौजूदगी दिखाने के लिए तेज रफ्तार में साइलेंसर से पटाखे की आवाज भी निकालते हैं। जिस वजह से ट्रैफिक पुलिस के जवान खुद बुलेट पर बैठ गए। फिर एक्सीलेटर देकर इस बात की उन्होंने बारीकी से जांच भी की। जिसमें मोडिफाइड साइलेंसर को तत्काल उतरवा कर चालानी कार्रवाई की जा सके।
ट्रैफिक विभाग के डेटा के अनुसार आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक करीब 2414 गाड़ियों पर चालान हुए है। जिसमें 17 लाख 7 हजार 200 रुपए चालान के माध्यम से वसूल किए गए हैं। इस दौरान शहर के बाहर से आने जाने वाली गाड़ियों के डिक्कीयों को खोलकर भी चेक किया गया।