नई दिल्ली. आपकी फाइनेंशियल जर्नी शुरू होते ही आप सबसे पहले बैंक में सेविंग अकाउंट ओपन करवाते हैं. वैसे तो लोग आज कल इससे पहले भी अकाउंट ओपन करवा लेते हैं. सेविंग अकाउंट में न केवल आपका पैसा सुरक्षित रहता है बल्कि इसमें आपको कम ही सही पर रिटर्न भी मिलता है. इसका फायदा यह है कि आप अपने सेविंग अकाउंट में पैसा आसानी से डिपॉजिट कर सकते हैं या निकाल भी सकते हैं.
हालांकि, सेविंग अकाउंट एक इन्वेस्टमेंट नहीं है, इसलिए एक्सपर्ट्स इसमें केवल सरप्लस फंड रखने का सुझाव देते हैं. सेविंग खाता ही ऐसा अकाउंट है जो किसी भी स्थिति में आपको एवरेज बैलेंस पर भी ठीक-ठाक ब्याज देता है. इस ब्याज का अमाउंट बढ़ाना हो तो सेविंग खाते में बैलेंस बढ़ाते रहें.
अन्य फायदों में ऑटोमेटेड बिल पेमेंट, स्वीप इन फैसिलिटी, डिजिटल पेमेंट, प्रोमोशनल ऑफर, इंश्योरेंस, टैक्स रिटर्न, इंटरनेशनल डेबिट कार्ड, डीमैट अकाउंट और क्रेडिट कार्ड की सुविधाएं शामिल हैं. ऊपर बताए गए 10 फायदे आप एक सेविंग खाते पर उठा सकते हैं. आप अपनी शॉर्ट-टर्म जरूरतों के लिए अपने बचत खाते में पैसा जमा कर सकते हैं.
क्या हैं सेविंग अकाउंट के फायदे
एक सेविंग बैंक अकाउंट सरप्लस फंड रखने के लिए सुरक्षित है.
आपको बचत खाते में रखी राशि पर ब्याज मिलता है.
ब्याज दरें 3% से 6.50% प्रति वर्ष तक हो सकती हैं.
आप पूरे भारत में अपने डेबिट कार्ड से एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं
इसमें इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा भी है.
लॉकर रेंटल फैसिलिटी में डिस्काउंट मिलता है.
कुछ बैंक पर्सनल एक्सीडेंट और डेथ कवर सहित बीमा कवर प्रदान करते हैं.
सेविंग खाते में अच्छा बैलेंस हो और फाइनेंशियल हिस्ट्री सही हो तो क्रेडिट कार्ड आसानी से मिलता है. क्रेडिट कार्ड से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री या सिबिल स्कोर मजबूत होता है. इससे आपको लोन मिलने में सुविधा होगी. इसके अलावा, आपको अपने सेविंग अकाउंट को बिना किसी एक्टिविटी के निष्क्रिय नहीं रहने देना चाहिए. यदि आपका खाता बहुत लंबे समय तक निष्क्रिय रहता है या बैंक के निर्देशों के अनुसार आपके द्वारा अहम जानकारी अपडेट नहीं की जाती है तो बैंक आपके खाते को फ्रीज कर सकता है.