भिलाई नगर। आज सुबह केंद्रीय जेल दुर्ग में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की पहल पर भजन कीर्तन के साथ अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की खुशियां मनाई गई। महिला और पुरुष जेल को बंदनवार से सजा कर सभी बंदी कान्हा महाराज के भजन पर घंटों झूमते रहे। जेल अधीक्षक आर आर राय सहित आयोजन में सभी बंदी शामिल हुए। विधायक रिकेश सेन ने कहा कि आज रामलला की 500 वर्षों बाद वापसी की खुशियां पूरा देश अपने अपने परिवार के साथ हर्षोल्लास से मना रहा है, ऐसे में उन्हें जेल के बंदियों का ख्याल आया अतः इस ऐतिहासिक क्षण को सेलिब्रेट करने विधायक होने के नाते वो केंद्रीय जेल पहुंचे हैं ताकि वहां भी भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा की खुशियां पहुंच सके और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आदर्शों को अपना कर सभी क्रोध और अपराध से दूर रहें।
आपको बता दें कि महिला जेल में शाहिद आरीफ ने भजन गाए जबकि पुरुष जेल में कान्हा महाराज के भजन से सभी झूमने लगे। जेल परिसर स्थित श्रीराम दरबार, कृष्ण और मां दुर्गा मंदिर में विशेष हवन पूजन और आरती कर सभी ने जयकारे लगाने के बाद प्रसाद ग्रहण किया। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने कहा कि आज अयोध्या में प्रभु राम की वापसी हुई है, प्राण प्रतिष्ठा समारोह है और हम सभी केंद्रीय जेल दुर्ग पहुंचे हुए हैं। यहां पर महिला कैदी भी बंदी हैं और पुरुष भी जो बंदी हैं, दोनों की संख्या मिला दी जाए तो लगभग बाईस सौ के लगभग हैं।
आज दोनों जेल में भजन हुआ और साथ में जेल को भगवा तोरण और झंडों से सजाया गया। सभी जितने बंदी हैं आज भगवान राम के भजन पर सभी झूम उठे और उन्होंने वायदा भी किया अपने भगवान से कि यहां से जब हम निकलेंगे तो निश्चित रूप से आध्यात्म की दुनिया में जाएंगे। राम नाम जपेंगे और किसी भी प्रकार का कोई अपराध नहीं करेंगे, अपने परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे, बच्चों को अच्छी शिक्षा देंगे ताकि जिस जेल में आज वो कैदी हैं, जेल में उनके बच्चे मुख्य अतिथि बनकर आएं, उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाए, ऐसी उनकी सोच है।
मुझे ऐसा लगता है कि रामलला की वापसी जिस प्रकार से हुई, पाँच सौ साल बाद मनुष्यों में, इंसान में भी बड़ा बदलाव आएगा और कहीं न कहीं हम सब जो हैं भगवान रामलला की वापसी का स्वागत कर रहे हैं। जेल के साथ साथ वैशाली नगर विधानसभा भी भगवामय हो चुका है और जगह जगह भंडारा चल रहा है। आज एक लाख लोग एक जगह इकट्ठा होने वाले हैं, वैशाली नगर विधानसभा पहली ऐसी विधानसभा बनेगी जहां इतनी बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा होंगे क्योंकि आज शाम बैकुंठ धाम में इस शुभ दिवस पर रघुनंदन का वंदन होगा।
विधायक रिकेश सेन ने कहा कि आज जेल आने का मकसद यही था कि मन में सहज विचार आया कि आज इनका परिवार उनके साथ नहीं है तो मैंने तय किया कि आर्मी विंग में चले जाउं लेकिन वो बहुत दूर था। अयोध्या में भी आज के दिन सभी का पहुंच पाना संभव नहीं था वहां 7 फरवरी को जाएंगे। मुझे ऐसा लगा कि कैदी ही एक ऐसे हैं जिनको सही रास्ते पर लाने के लिए भजन किया जाना चाहिए, भगवान रामलला की वापसी पाँच सौ साल बाद हो रही है, उन्हें यह बताना और एहसास दिलाना आवश्यक है। चौदह वर्ष वनवास जाने के बाद उनके जीवन में क्या बीता भगवान राम के उनके परिवार में क्या बीता, यह बतलाना बड़ा आवश्यक था। मुझे ऐसा लगा कि एक केंद्रीय जेल ही एक ऐसी जगह है जहां पर भव्य भंडारा करना चाहिए। यहां राम दरबार इतने अच्छे से सजाया गया था, हम सभी विधायक प्रतिनिधियों के साथ अंदर गए और यहां पर जिस प्रकार से पूजा पाठ हुआ यह बंदियों में अपने आप में एक बदलाव दिखा गया। भारत का यह पहला जेल बना है जो आज राममय हो गया है।