दुनिया में मौत की सजा देने के तरीके कई जगह इतनी बर्बरता पूर्वक होती हैं कि वे किसी वहशीपन की चरम मानसिकता को दर्शाती लगती है. कैपिटल पनिशमैंट की आलोचना वैसे ही मानव अधिकार के पैरोकार करते रहते हैं, लेकिन बर्बर मौत की सजा में चीन के मौत की वैन और अमेरिका के डेथ चेम्बर खास तौर से चर्चित रहे हैं. इसके अलावा हाल के समय में नाइट्रोजन गैस से दम घोंट कर मारना और एंटी एयरक्राफ गन से मारना भी चर्चा में रहा है.
इस साल के शुरुआत में केनेथ यूजीन स्मित की पहले बार नाइट्रोजन गैस से मारा गया है. 58 सासल के हत्यारे को एक अदालती आदेश के तहत 22 मिनट तक नाइट्रेजन गैस में तपड़ तपड़ कर मारने का फैसला सुनाया गया था. हैरानी की बात लगेगी लेकिन इस तरहसे मौत की सजा देने के तरीके को हाल ही मे अपनाया गया है.
पर मौत सी सजा का एक प्रचलित और पुराना तरीका इलेक्ट्रिक चेयर है दजोआज भी अमेरिका के कुछ शहरों में उपयोग में लाया जाता है. कहीं कहीं यह भी दलील दी जाती है कि यह इंजेक्शन से जहर देकर मारने से बेहतर है. फिलहाल यह तरीका अमेरिका के चार राज्यों में उपयोग में लाया जा रहा है.
बताया जाता है कि चीन में जान लेने वाली वैन देश भर में घूमती रहती हैं और जहां भी किसी को मौत की सजा सुनाई जाती है उसे जल्दी से जल्दी अमल में लाने की कोशिश की जाती है. 2021 की एक रिपोर्ट में ऐसा ही दावा किया गया है. ये वाहन सामान्य पुलिस वैन की तरह होते हैं लेकिन वास्तव में एक एक्जीक्यूशन चेंबर के जैसा काम देते हैं.
इन वाहनों के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगे होते हैं और वैन की दीवार पर एक बिस्तर लगा होता है. इसमें जानलेवा इंजेक्शन की तरह ही मुजरिम की जान ली जाती है. बताया जाता है कि इसका उपयोग पहले 1990 के दशक में शुरू हुआ था. इसका सबसे बड़ा फायदा यह बताया जाता है कि मुजरिम की मौत के बाद उसके शरीर के हिस्सों को आसानी से निकाला और ले जाया सकता है.
वैसे तो दुनिया में सेना की तरह दुश्मन सैनिकों को ख़ड़ा कर गोली मारने का तरीका बहुत पुराना है, पर उत्तर कोरिया के बारे में बताया जाता है कि वहां अपराधी को मौत की सजा दर्दनाक तरीके से देने के लिए एंटी एयरक्राफ्ट तोप का इस्तेमाल होता है जिसका मकसद देश में दूसरे अपराधियों के लिए सबक देना भी होता है.
एक उत्तर कोरिया के डिफेक्टर ही येओन लिम का दावा है कि उन्होंने एक बार करीब 10 हजार लोगों के साथ 11 म्यूजिशियन्स को एंटी एयरक्राफ्ट गन्स से उड़ाते हुए देखा था. यह नजारा देख कर कलेजा कांप गया था. एक अन्य मामले के बारे मे बताया जाता है कि तानाशाह किमजोंग उन के मंत्रिमंडल के वरिष्ठ अधिकारियों को यातना शिविर में डालने की बात सामने आई थी.