Spreepark Berlin: जर्मनी की राजधानी बर्लिन में एक ऐसा पार्क है, जो बीते 21 सालों से बंद पड़ा हुआ है. इस पार्क का नाम स्प्रीपार्क है. यह एक एम्यूजमेंट पार्क था. लेकिन खाली पड़ी होने के कारण अब इसकी थीम बहुत ही खौफनाक लगती है. अब इसमें बड़े-बड़े झूले जंग खा रहे हैं. डायनासोर जैसे जानवरों के पुतले सड़ रहे हैं. आइए जानते हैं कि आखिर क्यों इस पार्क को ऐसे छोड़ दिया गया है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस पार्क में कभी हजारों लोग घूमने के लिए आते थे. लेकिन एक चौंकाने वाले ड्रग्स भंडाफोड़ के बाद दशकों से सड़ने के लिए छोड़ दिया गया है. बर्लिन में स्प्री नदी के किनारे बने हुए इस पार्क में आज भी ‘फ़ेरिस व्हील’ झूला, स्प्रीब्लिट्ज़, स्वान राइड और डायनासोर खिलौने पड़े हुए मिल जाएंगे.
1969 में खोला गया था यह पार्क
पहले इसका नाम कल्टुरपार्क प्लांटरवाल्ड हुआ करता था. 70 के दशक में यह पार्क अपने पॉपुलैरिटी के पीक पर था. बड़ी संख्या में लोग इस पार्क में घूमने के लिए आते थे. उस समय पूर्वी जर्मनी की कम्युनिस्ट सरकार के तहत इस पार्क की अच्छी तरह से देखभाल की गई.
नॉर्बर्ट ने पार्क को अपने कब्जे में ले लिया
1991 में, बर्लिन की दीवार के गिरने के बाद, नॉर्बर्ट विट्टे नामक एक सनकी मनोरंजन पार्क संचालक ने इसे अपने कब्जे में ले लिया. उसने इसका नाम कल्टुरपार्क प्लांटरवाल्ड से बदल कर स्प्रीपार्क कर दिया. जैसे-जैसे अन्य थीम पार्क आम होते गए. सरकार का इसे वित्तपोषित करने में रुझान कम होता गया. स्प्रीपार्क में आने वाले पर्यटकों की संख्या भी कम हो गई.
2002 में बंद कर दिया गया स्प्रीपार्क
आशा यह थी कि नॉर्बर्ट विट्टे अपनी पत्नी पिया के साथ पार्क के आकर्षण में नई जान फूंकेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. हालांकि उसने पार्क के थीम को रोमांचक बनाने के लिए बहुत काम किया. बुरा वक्त तब शुरू हुआ, जब नॉर्बर्ट विट्टे ड्रग्स तस्करी में पकड़ा गया. उसे और उसके बेटे को 167 किलोग्राम नशीली दवाओं की तस्करी करने की कोशिश के लिए अरेस्ट किया गया था. अंततः 2002 में स्प्रीपार्क को बंद कर दिया गया.