जिन लोगों को ट्रैवलिंग करना पसंद है, वे कई तरह से सफर करना पसंद करते हैं किसी को अलग अलग संस्कृति के लोगों के बीच जाना पसंद है तो कोई दुनिया के सबसे आलीशान या लक्जरी होटलों में रहना चाहता है. पर अगर आपको एडवेंचर पसंद है तो आप शायद प्राकृतिक वातवारण में रहना पसंद करेंगे जहां आप आज की सुख सुविधाओं से दूर खुद को भी एक्स्प्लोर कर सकें. ऐसे लोगों के लिए एक खास जगह है जहां ना बिजली है ना पानी, पर्यटक केवल मिट्टी के घर में खुद ही जिंदा रहने के उपाय करते हैं. ऐसी सुविधा एक रिसॉर्ट में मिल रही है.
स्वीडन के कोलारिबिन इको लॉज में आपको एक “पुरातन होस्टल” में रहने का मौका मिल सकता है जिसमें आपको रात में ना तो बिजली मिलेगी ना ही पास में पानी होगा. इस रिसॉर्ट में 12 लॉज हैं जहां रहने वाले की जिंदा रहने की क्षमता की परीक्षा होती है. यहां कि झोपड़ियां मिट्टी और लकड़ी की बनी हैं जिसकी छत पर कुकुरमुत्ते उगते हैं.
कुल मिला कर यह आपको उस दौर में ले जाएगा जहां लोगों को आग जलाने के लिए पेड़ काटने होते हैं और पानी लेने के लिए खुद झरने के पास जाना होता है. इस जगह आपको किसी तरह की दुकान भी नहीं मिलेगी जिससे आप भोजन की किसी तरह की सामग्री खरीद सकें. केवल एक पैंट्री है जिससे आपको कुछ जरूरी मूलभूत चीजें मिल सकती हैं. लेकिन फलों के लिए आपको आसपास तलाश के लिए जाना होगा.
राहत की बात यह है कि इन झोपड़ियों में दो सिंगल बेड जरूर मिल जाएंगे जिसमें स्लीपिंग बैग होंगे, कंबल होंगे और तकिये भी होंगे जिससे आपको रात को गर्मी मिल सके. यहां आने वाले लोग यहां की शांति की खूब तारीफ करते हैं. फिर भी अगर आप बीच में समय निकाल कर रेस्तरां, सुपरमार्केट या कैफे जाना चाहते हैं पास के सिकन्सकैटेबर्ग शहर तक जा सकते हैं.
यहां आने के बाद आपको केवल और केवल पेड़ देखने को मिलेंगे. इतना ही नहीं आप यहां कई तरह की एक्टिविटी की बुकिंग कर सकते हैं. इनमें रोमांटिक स्टे, सफारी एडवंचरे, हाइकिंग अभियान, जैसे कुछ विकल्प भी मिलते हैं. यहां आकर आप पास में फिशिंग भी कर सकते हैं. यहां आप केवल 7 हजार रुपये से शुरू कर एक लॉज बुक कर सकते हैं.