Weird Traditions Around The World: धरती के कोने-कोने में अपनी भौगोलिक और सामाजिक परिस्थिति के हिसाब से अलग-अलग नियम कानून सदियों पहले बनाए गए और फिर ऐसे ही रह गए. इन्हें परंपरा कहकर पुकारा जाता है. ऐसी ही परंपराओं में एक द्वीप की परंपरा है, जहां सिर्फ और सिर्फ पुरुष ही रह सकते हैं. यहां किसी भी महिला के जाने पर मनाही है. दिलचस्प बात तो ये है कि पुरुष यहां समुद्र के देवी रूप को पूजते हैं लेकिन औरतों के यहां आने पर पाबंदी है.

ये किसी एक मंदिर या देवस्थान की बात नहीं है, दुनिया में ऐसी भी एक पूरा द्वीप है, जहां सिर्फ पुरुष ही जा सकते हैं और महिलाओं को जाने की इज़ाजत नहीं है. आखिर यहां इस तरह की परंपरा का पालन क्यों किया जाता है और इसके पीछे वजह क्या है, चलिए हम आपको बताते हैं. ये जगह जापान में मौजूद है और इसे ओकिनोशिमा द्वीप के नाम से जाना जाता है. महिलाओं के आने पर प्रतिबंध के अलावा भी यहां कई कड़े नियमों का पालन करना होता है.

महिलाओं के आने पर है पाबंदी

जापान के ओकिनोशिमा आइलैंड को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित कर दिया था. ये द्वीप कुल 700 वर्ग मीटर में फैला हुआ है. कहा जाता है कि चौथी से नौवीं सदी तक ये द्वीप कोरियन आइलैंड और चीन के बीच व्यापार का केंद्र हुआ करता था. इसे धार्मिक रूप से बहुत पवित्र माना जाता है. हालांकि इस द्वीप में प्राचीन काल से चली आ रही धार्मिक पाबंदियां आज भी वैसी की वैसी ही मान्य हैं. इन्हीं पाबंदियों में से एक महिलाओं के आने पर मनाही भी है. यहां आने वाले पुरुषों के लिए भी कुछ कठिन नियम हैं, जिनका उन्हें पालन करना ही होता है.

निर्वस्त्र होकर नहाते हैं पुरुष

कहा जाता है कि इस आइलैंड पर जाने से पहले पुरुषों को निर्वस्त्र होकर नहाना जरूरी होता है. यहां के नियम इतने कड़े हैं कि पूरे साल में सिर्फ 200 मर्द ही यहां आ सकते हैं और यहां आते हुए उन्हें अपने साथ कोई भी चीज़ न लानी होती है और न ही ले जानी होती है. उनकी ये यात्रा भी गुप्त ही रहनी चाहिए. असाही शिंबून की रिपोर्ट मुताबिक यहां पर मुनाकाता ताइशा ओकित्सु मंदिर स्थित है, जहां समुद्र की देवी की आराधना होती है. कहते हैं 17वीं सदी के दौरान समुद्री यात्रा में जहाजों की सुरक्षा के लिए पूजा की जाती थी.

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