आज के समय में जनसंख्या पर नियंत्रण रखना कठिन हो गया है. जहां कुछ देशों में इसे कंट्रोल करने के लिए प्लान्स बन रहे हैं, वहीं कुछ देशों में इसे बढ़ाने के लिए प्लान्स बनाने पड़ रहे हैं. भारत में तो आपको हर जगह शोर-गुल का माहौल मिल जाएगा. यहां इतनी आबादी बढ़ गई है कि लोगों को हर जगह भीड़भाड़ ही नजर आती है. एकांत मिलना तो यहां नसीब ही नहीं होता. खैर, आज हम आपको दुनिया के सबसे छोटे देश के बारे में बताने जा रहे हैं.
आमतौर पर अगर किसी से दुनिया के सबसे छोटे देश के बारे में पूछा जाए, तो उसका जवाब वेटिकन सिटी होगा. लेकिन ये सही जवाब नहीं है. दरअसल, इस सिटी से भी छोटा है सीलैंड. जी हैं, इसका पूरा नाम है ‘प्रिंसिपलिटी ऑफ सीलैंड’. इसका साइज और यहां की जनसँख्या जान आप भी हैरान रह जाएंगे. ये देश इंग्लैंड से मात्र 10 किलोमीटर की दुरी पर है. इसे दुनिया का सबसे छोटा देश कहा जाता है. यहां की जनसंख्या मात्र 27 है.
वैलिड कंट्री लिस्ट में है शामिल
‘प्रिंसिपलिटी ऑफ सीलैंड’ को दुनिया के दो सौ देशों की लिस्ट में शामिल किया जाता है. इस छोटे से देश का साइज़ 550 वर्ग मीटर है. ये इंग्लैंड के उत्तरी सागर में बसा हुआ है. इस देश में रहने वाले 27 लोग अंग्रेजी भाषा में बातचीत करते हैं. इस देश में आने वालों को पासपोर्ट की जरुरत पड़ती है. सबसे बड़ी बात कि यहां अपनी सेना, अपना झंडा, अपनी मुद्रा सब कुछ मौजूद है.
राजा-रानी करते हैं रूल
‘प्रिंसिपलिटी ऑफ सीलैंड’ को कोई प्राइम मिनिस्टर नहीं चलाता. इस देश के अपने राजा और रानी हैं. ये युद्ध के समय इस्तेमाल होने वाला बंदरगाह भी है. दरअसल, इंग्लैंड खुद को जर्मनी के अटैक से बचाने के लिए इस जगह का इस्तेमाल करती है. इसे वैसे तो सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान यूं ही बनाया गया था. लेकिन अब इसे देश की मान्यता दे दी गई है.