गरियाबंद। गरियाबंद के उदंती अभयारण्य एंटी पोचिंग टीम पर आरोपी को थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर टॉर्चर करने का मामला सामने आया है. न्यायालय ने आरोपी की मेडिकल जांच कराने के बाद विभाग के जिम्मेदार अफसरों के नाम सम्मन जारी कर जवाब मांगा है.
दरअसल, अभयारण्य में 25 दिन पहले पोटाश बम से हमला कर भालू का शिकार किया गया था. शिकार की भनक जब तक वन विभाग की एंटी पोचिंग टीम को लगती, तब तक आरोपी फरार हो गए थे. टीम ने भालू के अवशेष जप्त कर जांच जारी रखा था.
रविवार को टीम ने कालिमाटी के पास आरोपी हजारी गोंड को हिरासत में लिया और मंगलवार की देर शाम देवभोग न्यायालय में पेश किया, जहां आरोपी ने न्यायधीश के समक्ष थर्ड डिग्री के इस्तेमाल का आरोप लगाया. आरोपी ने करंट व पिटाई से बने चोट के निशान भी दिखाए, जिसके बाद न्यायालय ने मेडिकल जांच कराने के बाद विभाग के जिम्मेदार अफसरों के नाम समन जारी कर जवाब मांगा है.