राजनीति/देश|News T20: प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले नेताओं में हिमाचल सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजा विक्रमादित्य सिंह सहित कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व क्षेत्रीय सांसद डा. निर्मल खत्री तथा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रताप सिंह रहे।
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के पुत्र हैं। राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, श्रीराम संपूर्ण देश और मानवता के प्रेरक हैं, उन्हें राजनीति और पार्टी से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर को स्वयं के लिए उपलब्धि परक और अविस्मरणीय बताया।
अतिथियों को अर्पित हुआ विशेष प्रसाद
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से साढ़े सात हजार से अधिक विशिष्ट अतिथि शामिल होने पहुंचे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इन सभी अतिथियों को विशेष रूप से निर्मित प्रसाद का पैकेट दिया गया।
पैकेट प्रसाद में प्रयुक्त होने वाली कई वस्तुएं रखी गई थीं। प्रसाद के पैकेट में घी से निर्मित पंजीरी, खोए का लड्डू, गुड़ की रेवड़ी, राम दाना चिक्की, अक्षत, रोली, तुलसी दल, राम नाम के नाम का एक- एक दीया, इलायची दाना व मौली कलावा रखा गया था।
रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण भले ही कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अस्वीकार कर दिया हो, किंतु शीर्ष नेतृत्व की असहमति को अनदेखा कर समारोह में कई कांग्रेस नेता शामिल होकर भाईचारे की मिशाल दे दी।